उत्तर प्रदेश के कौशांबी (Kaushambi) जिले की चैल विधानसभा से समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) की विधायक पूजा पाल (MLA Pooja Pal) के खिलाफ प्रयागराज की जिला अदालत ने गैर जमानती वारंट जारी (Non Bailable Warrant) किया है। जिला कोर्ट ने यह वारंट माफिया अतीक अहमद के खिलाफ दर्ज गैंगस्टर एक्ट के मुकदमे में गवाही नहीं देने पर जारी किया है।
सरकारी गवाह बनाई गई थीं पूजा पाल
वहीं, अब गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद सपा विधायक पूजा पाल की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। दरअसल, अतीक अहमद के खिलाफ चल रहे मामले में विधायक पूजा पाल सरकारी गवाह हैं। बता दें कि साल 2008 में प्रयागराज के धूमनगंज में गैंगस्टर केस में अतीक अहमद के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज किया था।
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इसके बाद जांच करते हुए सरकार ने पूजा पाल को सरकारी गवाह बनाया था। वहीं अब जिला कोर्ट से बार- बार समन जारी होने के बाद भी पूजा पाल जिला कोर्ट में पेश नहीं हो रही थीं। इसके बाद कोर्ट ने पूजा पाल के खिलाफ पहले जमानती वारंट जारी किया। जब जमानती वारंट जारी होने के बाद भी पूजा पाल कोर्ट में पेश नहीं हुई तो कोर्ट ने अब गैर जमानती वारंट जारी कर दिया।
कौन हैं सपा विधायक पूजा पाल
वर्तमान में पूजा पाल सपा विधायक हैं, लेकिन उन्होंने अपनी राजनीतिक पारी बसपा के साथ शुरू की थी। पूजा पाल पहली बार 2007 में बसपा के टिकट पर विधायक बनी थीं। उनके पति राजू पाल भी बसपा के विधायक थे। वह 2004 में इलाहाबाद पश्चिम सीट से विधायक चुने गए थे। पूजा पाल और राजू पाल ने 16 जनवारी 2005 को शादी की थी।
साल 2012 में पूजा पाल के खिलाफ खुद अतीक अहमद ने सपा के टिकट पर चुनाव लड़ा, लेकिन पूजा पाल ने उन्हें हरा दिया था। राजू पाल के निधन के बाद पूजा पाल ने राजनीति में कदम रखा और उसी सीट से चुनाव लड़ा, जहां से उनके पति लड़ा करते थे।
2007 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने अतीक अहमद के भाई मोहम्मद अशरफ को बुरी तरह से पटखनी दी और विधानसभा पहुंची। 2017 में पूजा पाल ने बसपा का साथ छोड़ सपा का दामन थाम लिया। अखिलेश यादव ने उन्हें 2019 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर लोकसभा का चुनाव लड़वाया लेकिन वह जीत नहीं पाईं।
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