भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मॉरीशस दौरे के दूसरे दिन कहा कि भारत और मॉरीशस केवल साझेदार नहीं, बल्कि एक-दूसरे के हमदर्द हैं। दोनों देशों के संबंध सिर्फ हिंद महासागर तक सीमित नहीं हैं, बल्कि यह साझी सांस्कृतिक परंपराओं और मूल्यों से भी जुड़े हुए हैं। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि भारत, मॉरीशस के विकास में अहम भूमिका निभाएगा और दोनों देशों के बीच साझेदारी को और मजबूत किया जाएगा।
भारत-मॉरीशस संबंधों में नई दिशा
पीएम मोदी ने कहा कि भारत और मॉरीशस के रिश्ते पिछले दस वर्षों में कई नए आयामों से समृद्ध हुए हैं। रक्षा, शिक्षा, स्वास्थ्य और अंतरिक्ष जैसे क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ा है। प्राकृतिक आपदा और कोविड जैसी विपदाओं के दौरान दोनों देशों ने एक-दूसरे का साथ दिया। पीएम ने यह भी जोड़ा कि आगामी समय में भारत मॉरीशस के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगा।
समुद्री सुरक्षा और सहयोग
प्रधानमंत्री मोदी और मॉरीशस के प्रधानमंत्री रामगुलाम ने सुरक्षा और समुद्री सुरक्षा को अपनी रणनीतिक साझेदारी का अहम हिस्सा बताया। दोनों नेता इस बात पर सहमत हैं कि भारतीय महासागर को स्वतंत्र, सुरक्षित और संरक्षित रखना उनकी साझी प्राथमिकता है। पीएम मोदी ने यह कहा कि भारत मॉरीशस के समुद्री क्षेत्र की सुरक्षा में पूरी मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है।
SAGAR विजन
पीएम मोदी ने कहा कि 10 साल पहले मॉरीशस में ही “SAGAR” विजन (Security and Growth for All in the Region) की नींव रखी गई थी, जिसका उद्देश्य हिंद महासागर क्षेत्र की स्थिरता और समृद्धि है। यह विजन भारत और मॉरीशस के साझा प्रयासों का प्रतीक है।
आर्थिक और सामाजिक प्रगति में सहयोग
पीएम मोदी ने यह भी घोषणा की कि भारत अगले पांच वर्षों में मॉरीशस के 500 सिविल सर्वेंट्स को प्रशिक्षित करेगा। इसके अतिरिक्त, दोनों देशों के बीच लोकल करेंसी में व्यापार सेटेलमेंट पर सहमति बनी है। पीएम मोदी और पीएम रामगुलाम ने भारत-मॉरीशस के रिश्तों को ‘Enhanced Strategic Partnership’ का दर्जा देने का निर्णय लिया।
संसद भवन निर्माण में सहयोग
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत मॉरीशस में नई संसद बिल्डिंग बनाने में सहयोग करेगा। यह एक महत्वपूर्ण कदम होगा, जो ‘मदर ऑफ डेमोक्रेसी’ की ओर से मॉरीशस को एक उपहार होगा। इस सहयोग के जरिए दोनों देशों के लोकतांत्रिक मूल्यों की पुष्टि होगी।
भविष्य के दृष्टिकोण से
पीएम मोदी ने कहा कि भारत और मॉरीशस आर्थिक और सामाजिक प्रगति की राह पर एक-दूसरे के साथी हैं और आने वाले वर्षों में दोनों देशों के संबंध और भी मजबूत होंगे।