जर्मनी के हैम्बर्ग में एक सभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने मॉब लिंचिंग का कारण नोटबंदी को बताया. उन्होंने कहा कि नोटबंदी के कारण बेरोज़गारी बढ़ी, जिसकी वजह से हिंसक गतिविधियां खासकर मॉब लिंचिंग को बढ़ावा मिला.
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राहुल गांधी ने कहा कि नोटबंदी के कारण बेरोज़गारी बढ़ी जिसकी वजह से हिंसक गतिविधियां खासकर मॉब लिंचिंग को बढ़ावा मिला.
बूसेरियस समर स्कूल (राहुल गांधी खुद भी यहां से पढ़े हुए हैं) में बोलते हुए उन्होंने कहा, “कुछ साल पहले प्रधानमंत्री ने नोटबंदी लागू की, जिसकी वजह से छोटी कंपनियों में कैश की कमी हो गई. कैश कमी को वजह से वहां काम करने वाले लाखों लोग बेरोज़गार हो गए. लोगों को शहर छोड़कर गांव जाना पड़ा. यही कारण है कि लोग गुस्से में हैं. सारे लिचिंग के मामले जो हम सुनते हैं वो इसी वजह से हो रहे हैं.”
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हालांकि सरकार ने इस समस्या से निपटने के लिए एक कमेटी बनाई है जो कि इस बात का फैसला लेगी कि क्या लिंचिंग के मामले में और भी ज़्यादा कड़े नियम बनाने की ज़रूरत है. मोदी को गले लगाने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि उनकी खुद की पार्टी के ही कुछ लोगों ने ही इसे पसंद नहीं किया. उन्होंने कहा कि भारत में बेरोज़गारी एक बड़ी समस्या है और प्रधानमंत्री को इसे स्वीकार करना होगा और इसे खत्म करना होगा.
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भारत और चीन की तुलना करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि भारत और चीन की कोई तुलना नहीं है. चीन भले ही तेज़ गति से प्रगति कर रहा हो लेकिन भारत में लोगों को अपनी बात कहने की आज़ादी है और यह ज़यादा महत्त्वपूर्ण है.
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