राज्यसभा चुनाव (Rajyasabha Election) के परिणाम सोमवार को घोषित हो गए हैं. 10 सीटों पर उम्मीदवार निर्विरोध चुन लिए गए हैं. भारतीय जनता पार्टी (BJP) से से हरदीप सिंह पुरी, अरुण सिंह, हरिद्वार दुबे, बृजलाल, नीरज शेखर, गीता शाक्य, बीएल वर्मा और सीमा द्विवेदी राज्यसभा के लिए निर्विरोध चुने गए हैं. समाजवादी पार्टी (SP) से डॉ. रामगोपाल यादव और बसपा (BSP) से रामजी गौतम राज्यसभा के लिए निर्विरोध चुने गए हैं.
आपको बता दें कि 25 नवंबर को राज्यसभा के 10 सांसदों का कार्यकाल पूरा हो रहा है. इनमें तीन सांसद बीजेपी के, चार समाजवादी पार्टी के, दो बीएसपी के और एक कांग्रेस के नेता शामिल हैं. राज्यसभा चुनावों में बीजेपी यूपी में 9 प्रत्याशी जीतने की स्थिति में थी, लेकिन उसने सिर्फ 8 प्रत्याशी उतारते हुए एक सीट खाली छोड़ दी थी. बीजेपी के इस दांव ने जहां सबको चौंका दिया था, वहीं कांग्रेस और एसपी ने बीजेपी और बीएसपी के गठजोड़ का आरोप लगाया था.
11 ने किया था नामांकन
भाजपा से निर्वाचित सदस्य बृजलाल ने बताया कि उन सभी का कार्यकाल 25 नवंबर 2020 से 24 नवंबर 2026 तक रहेगा. आपको बता दें कि दस सीटों के लिए कुल 11 उम्मीदवारों ने नामांकन किया था. जबकि निर्दलीय उम्मीदवार प्रकाश बजाज ने समाजवादी पार्टी के समर्थन से नामांकन पत्र दाखिल किया था लेकिन तकनीकी त्रुटि की वजह से उनका नामांकन निरस्त हो गया. राज्यसभा में उत्तर प्रदेश कोटे से 31 सीटें हैं. इनमें अब सर्वाधिक 22 सीटें भारतीय जनता पार्टी की हो जाएंगी. जबकि समाजवादी पार्टी के पास पांच और बसपा के खाते में तीन सीटें रहेंगी. कांग्रेस के पास अब उत्तर प्रदेश से राज्यसभा की सिर्फ एक सीट रह जाएगी.
बदला उच्च सदन का गणित
राज्यसभा में अभी भाजपा के पास 86 सांसद हैं. आगामी 25 नवंबर तक भाजपा के 3 सांसदों का कार्यकाल पूरा हो रहा है. ऐसे में यूपी से 8 सांसदों के राज्यसभा पहुंचने के बाद उच्च सदन में भाजपा की सदस्य संख्या 86 से बढ़कर 91 हो गई है. उत्तराखंड के राज्यसभा चुनाव में भाजपा के सिवा कोई अन्य प्रत्याशी मैदान में नहीं है, जिसके चलते नरेश बंसल का निर्विरोध चुना जाना तय है. वहीं कांग्रेस का आंकड़ा 38 के पास पहुंच गया है, जबकि एनडीए की संख्या 111 पहुंच गई है. यह बहुमत के आंकड़े से सिर्फ 10 सीट दूर है.
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )