मुकेश कुमार, संवाददाता बस्ती। बस्ती में 2018 में लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) द्वारा सड़क निर्माण के नाम पर हुए घोटाले में तीन ठेकेदारों के खिलाफ वसूली प्रमाणपत्र (आरसी) जारी किया गया है। इस घोटाले में करीब 200 सड़कों के निर्माण में अनियमितताएं पाई गईं, जिससे सरकार को 1.12 करोड़ रुपये की हानि हुई।
14 अगस्त 2019 को पीडब्ल्यूडी के प्रमुख अभियंता विकास और विभागाध्यक्ष ने इस मामले की जांच के निर्देश दिए थे। जांच के बाद एक अधिशासी अभियंता, दो सहायक अभियंता, 10 जूनियर इंजीनियर और 40 ठेकेदारों को दोषी पाया गया। वसूली के निर्णय के तहत आधी राशि अधिकारियों से और आधी ठेकेदारों से वसूलने का आदेश दिया गया था। अधिकारियों से वसूली न्यायालय के माध्यम से और ठेकेदारों से विभागीय नोटिस के जरिए होनी थी।
अब तक 40 में से 35 ठेकेदारों ने अपनी राशि जमा कर दी है, जबकि तीन बस्ती के, एक सिद्धार्थनगर के और एक संतकबीरनगर के ठेकेदारों ने अभी तक भुगतान नहीं किया है।
बस्ती के ठेकेदारों में शंभूनाथ यादव पर 1,97,520 रुपये, दीपक श्रीवास्तव (मेसर्स दीपक इंटरप्राइजेज) पर 85,958 रुपये और प्रभात कुमार (मेसर्स प्रभात कांस्ट्रक्शन) पर 2,98,147 रुपये की बकाया राशि है। इन ठेकेदारों के खिलाफ आरसी जारी कर भू-राजस्व के रूप में वसूली की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
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इसके अलावा, संतकबीरनगर और गोंडा के ठेकेदारों ने भी अभी तक अपनी बकाया राशि जमा नहीं की है, जिन पर भी विभागीय कार्रवाई जारी है। प्रशासन इस मामले में दोषियों से वसूली सुनिश्चित करने के लिए सख्त कदम उठा रहा है ताकि शासकीय धन की भरपाई हो सके।
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