उत्तर प्रदेश के सहारनपुर (Saharanpur) जनपद में भीम आर्मी चीफ (Bhim Army Chief) चंद्रशेखर आजाद (Chandrashekhar Azad) ने भीम आर्मी पाठशालाओं का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि जहां-जहां पाठशाला नहीं चल रही है, वहां-वहां बदलाव किया जाएगा।
पूरे देश में खोली जाएंगी भीम आर्मी पाठशाला
वहीं, देवबंद विधानसभा के गांव मझौल जबरदस्तपुर में पाठशाला का निरीक्षण करते हुए चंद्रशेखर आजाद ने बच्चों से मिलकर उनकी पढ़ाई के बारे में बातचीत की। उन्होंने कहा कि अगर कोई समस्या आ रही है तो उसका निवारण किया जाएगा और ग्राम स्तर से लेकर प्रदेश स्तर तक पूरे देश में भीम आर्मी पाठशाला खोली जाएंगी।
दरअसल, भीम आर्मी संस्थापक चंद्रशेखर आजाद ने मंगलवार को मंडल के सहारनपुर एवं मुजफ्फरनगर जनपद के अलग-अलग गांव में निरीक्षण किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि गांव में पढ़ाने वाले अध्यापकों का प्रदेश स्तरीय सम्मेलन करा कर उन्हें सम्मानित किया जाएगा।
चंद्रशेखर ने कहा बाबा साहब ने कहा था कि शिक्षा शेरनी का दूध है जो पिएगा वह दहाड़ेगा। इसी प्रकार बहुजन महापुरुषों की विचारधारा को भीम आर्मी पाठशाला द्वारा मजबूत किया जाएगा। महापुरुषों का इतिहास बच्चों को बताया जाएगा। उन्होंने कहा कि भीम आर्मी मंडल पाठशाला प्रभारी दीपक बौद्ध तथा प्रदेश सह संयोजक प्रवीण गौतम को जिम्मेदारी दी गई है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में बड़े स्तर पर सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता कराई जाएगी जिसकी घोषणा जल्द ही की जाएगी और पाठशाला में भीम आर्मी संस्थापक चंद्रशेखर आजाद ने बच्चों को किताबें कापी तथा पेंसिल आदि पढ़ाई से संबंधित सामग्री दी। चंद्रशेखर आजाद को अपने बीच देखकर बच्चों में बहुत उत्साह था।
वहीं, आजाद समाज पार्टी के जिला मीडिया प्रभारी टिंकू कपिल ने कहा कि हम अपनी काबिलियत और अनुभव का इस्तेमाल अपने समाज के बच्चों के लिए करना चाहते हैं। स्कूल में पढ़ाई का स्तर सबको पता है इसलिए हमने इन्हें निजी तौर पर पढ़ाना शुरू किया है। यह बच्चे महंगी ट्यूशन फीस नहीं दे सकते हैं। हम इनका विकल्प लेकर आए हैं। बाबा साहब डा. भीमराव आंबेडकर के सपनों को प्रदेश भर में भीम आर्मी पाठशाला द्वारा शिक्षित बनो संगठित रहो संघर्ष करो को साकार किया जाएगा।
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