भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर (Bhim Army Chief Chandrashekhar) पर हमले के बाद रविवार की शाम समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खान (Azam Khan) अपने बेटे अब्दुल्ला आजम के साथ उनके आवास पर हालचाल लेने पहुंचे। इस दौरान कमरे में पहुंचते ही आमज खान ने चंद्रशेखर आजाद को गले लगा लिया।
खुद पर हमले के खुलासे से संतुष्ट नहीं चंद्रशेखर
वहीं, अब्दुल्ला आजम ने भी चंद्रशेखर से हाथ मिलाते हुए उनके सेहत की जानकारी ली। करीब 20 मिनट तक आजम ने बंद कमरे में चंद्रशेखर से बातचीत की। इस दौरान उनके साथ रामपुर से लोक सभा चुनाव लड़ चुके सैयद आसीम रजा, पूर्व विधायक रुचिवीरा, बेहट विधायक उमर अली खान, सरफराज खान, राव सम्मून, नवाजिश खान, चंद्रशेखर यादव आदि मौजूद रहे।
आज आजम खान जी @BhimArmyChief चन्द्रशेखर आजाद जी मिलने और हाल – चाल जानने छुटमलपुर आवास पर पहुंचे। pic.twitter.com/b9Q4lnMt4U
— Archana Singh Ambedkar (@Archana_Singh32) July 2, 2023
इसके बाद आजम खान और चंद्रशेखर आजाद ने बाहर आकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। चंद्रशेखर खुद पर हुए हमले को लेकर पुलिस द्वारा किए गए खुलासे से संतुष्ट नहीं हैं। उनका कहना है कि उन्हें पिस्टल की गोली लगी है, जबकि तमंचा बरामद दिखाया गया है। उन्होंने कहा कि हमले की जांच सीबीआई से कराई जाए ताकि यह साफ हो सके कि हमले की साजिश में कौन शामिल है। कहीं हमलावरों को सत्ता का संरक्षण तो प्राप्त नहीं है।
पुलिस को सही खुलासे के लिए दे रहे समय- चंद्रशेखर
इस दौरान पत्रकारों से बातचीत में आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर ने कहा कि वे पुलिस को सही खुलासे के लिए पर्याप्त समय दे रहे हैं। पुलिस ईमानदारी के साथ इस बात का पता लगाए कि हमलावरों को किसने फिरौती दी है।उन्होंने कहा कि साजिश के तहत ही हमलावरों ने कार गुर्जर बहुल गांव मिरगपुर में खड़ी की थी ताकि जातीय टकराव हो जाए।
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चंद्रशेखर ने कहा कि भीम आर्मी के कार्यकर्ता अपने स्तर से भी जानकारी जुटा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे पुलिस से अपील करते हैं हमलावरों के परिजनों को उनके कृत्य की सजा ना दी जाए। उन्होंने कहा कि वे इस हमले से डरे नहीं है बल्कि और ज्यादा मजबूत हुए हैं। किसी भी समाज की महिलाओं के साथ अत्याचार होगा तो वे बोलेंगे। भले ही कोई कितनी भी गोलियां चलाए, वे डरने वाले नहीं हैं।
वहीं, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक द्वारा मित्र बताने और सुरक्षा प्रदान करने के बयान पर उनका कहना था कि प्रदेश सरकार यदि इतनी चिंतित होती तो उन पर हमला ही नहीं होता। जबकि जिस जगह उन पर हमला हुआ है, वहां से चंद कदम की दूरी पर पुलिस पिकेट मौजूद थी।
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आजम ने चंद्रशेखर पर हमले को बताया सरकार की नाकामी
वहीं, प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद सपा नेता आजम खान ने कहा कि चंद्रशेखर पर हुआ जानलेवा हमला प्रदेश सरकार की नाकामी है। यह प्रदेश की बिगड़ी कानून व्यवस्था का सबूत है। सरकार यह सुनिश्चित करे कि किसी भी सूरत में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति ना हो।
उन्होंने कहा कि जो भी हुआ बेहद बुरा हुआ है। चंद्रशेखर आजाद संघर्षशील युवा नेता हैं। जिनकी आवाज को दबाने के लिए तरह तरह की साजिशें रची जा रही हैं। प्रदेश सरकार इस हमले की गहराई तक जाकर जांच कराए ताकि हमले के पीछे के लोग बेनकाब हो सकें।
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