समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने यूजीसी-नेट परीक्षा (UGC NET Exam) रद्द करने को लेकर गुरुवार को बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है। इसके साथ ही सपा चीफ ने अब तक कई परीक्षाओं में हुई धांधली का मामला उठाते हुए कोर्ट द्वारा सख्ती से जांच कराए जाने की मांग भी की है।
अखिलेश यादव ने एक्स पर किया पोस्ट
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि और अब गड़बड़ी की ख़बर के बाद यूजीसी-नेट की परीक्षा भी रद्द कर दी गई है। बीजेपी के राज में पेपर माफिया एक के बाद एक हर परीक्षा में धांधली कर रहा है। ये देश के खिलाफ किसी की बड़ी साजिश भी हो सकती है।
उन्होंने कहा कि गहरी बात समझिए…
1- पुलिस भर्ती की परीक्षा का पेपर लीक होगा तो क़ानून-व्यवस्था नहीं सुधरेगी। जिससे देश-प्रदेश में अशांति और अस्थिरता बनी रहेगी।
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2- नीट की परीक्षा में घपला होगा तो ईमानदार लोग डॉक्टर नहीं बन पाएंगे और देश के लोगों के इलाज के लिए भविष्य में डॉक्टरों की कमी और बढ़ जाएगी और बेईमान लोग, जनता के जीवन के लिए ख़तरा बन जाएंगे।
3- यूजीसी-नेट परीक्षा न होने से, पहले से शिक्षकों की जो कमी चली आ रही है, उसमें और भी ज़्यादा इज़ाफ़ा होगा। शिक्षकों की कमी से देश के मानसिक विकास में बाधा उत्पन्न होगी, जो कालांतर में देश के लिए बेहद घातक साबित होगी।
अखिलेश यादव ने कहा कि इन सबसे प्रशासन के साथ-साथ स्वास्थ्य और शिक्षा व्यवस्था चौपट हो जाएगी। ये हमारे देश के शासन-प्रशासन व देश के मानव संसाधन के विरूद्ध कोई बहुत बड़ा षड्यंत्र भी हो सकता है, जिसके दूरगामी नकारात्मक परिणाम निकलेंगे। इसीलिए कोर्ट की निगरानी में इसकी कठोर जाँच हो और दोषियों को कठोरतम सज़ा दी जाए, और कोई भी अपराधी छोड़ा न जाए, फिर वो चाहे कितना भी बड़ा क्यों न हो या फिर उसके सिर पर सत्ता का हाथ ही क्यों न हो। लोग कह रहे हैं जो भ्रष्ट लोग कोरोना के वैक्सीन में चुनावी चंदे के नाम पर पीछे से करोड़ों रूपये खा सकते हैं, वो भला परीक्षा-प्रणाली को क्या छोड़ेंगे।
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