उत्तर प्रदेश विधान परिषद चुनाव 2022 (UP Legislative Council Election 2022) में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने कई सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है। सपा ने गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन कांड के मामले में चर्चा में आए डॉ. कफील खान (Dr. Kafeel Khan) को एमएलसी प्रत्याशी बनाया है। वह देवरिया स्थानीय प्राधिकारी क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे। वहीं, सपा ने मथुरा-एटा-मैनपुर से उदयवीर सिंह को फिर से प्रत्याशी बनाया है। इस सीट से राकेश यादव को दूसरा प्रत्याशी बनाया गया है। ये सीट ऐसी है, जिसे 2 एमएलसी चुने जाते हैं।
डॉ. कफील खान ने मंगलवार को सपा चीफ अखिलेश यादव से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने गोरखपुर ऑक्सीजन कांड पर लिखी किताब ‘द गोरखपुर हॉस्पिटल ट्रेजडी’ भेंट की। कफील खान बुधवार को अपना नामांकन दाखिल कर सकते हैं। बता दें कि डा. कफील खान को गोरखपुर के बीआरडी अस्पताल में हुई बच्चों की मौत के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर निलंबित किया गया था।
Met with Honourable Former Chief Minister Shri @yadavakhilesh sir and presented him a copy of #TheGorakhpurHospitalTragedy 🙏 pic.twitter.com/B22rGgTv97
— Dr Kafeel Khan (@drkafeelkhan) March 15, 2022
उत्तर प्रदेश विधान परिषद में स्थानीय प्राधिकारी क्षेत्र की 36 सीटों के लिए नामांकन प्रक्रिया 15 मार्च से शुरू हो गई है। 19 मार्च तक 30 सीटों के लिए पर्चे भरे जाने हैं, जबकि 6 सीटों के लिए नामांकन की प्रक्रिया 22 मार्च तक चलेगी। 9 अप्रैल को सभी 36 सीटों के लिए मतदान की तारीख़ तय की गई है।
Also Read: चुनाव में मिली हार के बाद सपा गठबंधन में पड़ने लगी दरार, महान दल ने दी साथ छोड़ने की चेतावनी
12 अप्रैल को मतगणना के बाद परिणाम जारी कर दिए जाएंगे। भाजपा और सपा की कोशिश है कि ज्यादा से ज्यादा सीटों पर उनके प्रत्याशी जीतें। विधान परिषद में फ़िलहाल सपा की 48 सीटें हैं, जबकि भारतीय जनता पार्टी के पास 36 एमएलसी हैं।
हालांकि, सपा के 8 विधान पार्षद पहले ही भाजपा में शामिल हो चुके हैं। भाजपा का लक्ष्य है कि ज़्यादा सीटें प्राप्त कर के वो उत्तर प्रदेश के उच्च सदन में भी बहुमत प्राप्त करे। बता दें कि स्थानीय निकाय की सीटों के लिए सांसद, नगरीय निकायों, विधायक, कैंट बोर्ड के निर्वाचित सदस्य, जिला पंचायत और क्षेत्र पंचायतों के सदस्यों के अलावा ग्राम प्रधान भी वोट डालते हैं। अटकलें हैं कि डॉक्टर कफील खान के सहारे सपा मुस्लिमों को लुभाना चाहती है।
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )