सांसद जियाउर्रहमान बर्क (Zia ur Rahman Barq) के खिलाफ कोतवाली संभल (Sambhal) में अपराध संख्या 335/24 के तहत मामला दर्ज किया गया है। इस मामले की जांच SIT (स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम) कर रही है, जिसकी देखरेख निरीक्षक अमरीश कुमार कर रहे हैं। मामले की विवेचना में न्यायालय ने पुलिस को सहयोग देने का निर्देश दिया है, जिसके बाद सांसद को नोटिस जारी किया गया है।
सांसद ने 8 अप्रैल तक मांगा समय
सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने पुलिस से समय की अपील करते हुए 8 अप्रैल तक का समय मांगा है। जो उन्हे दे दिया गया है। इस बारे में सीओ कुलदीप सिंह ने कहा कि सांसद से पूछताछ की जाएगी और इस दौरान विवेचना के अहम पहलुओं पर उनके जवाब लिए जाएंगे। सीओ ने यह स्पष्ट किया कि नोटिस देना एक कानूनी प्रक्रिया है और यह सभी कार्रवाई कानून के अनुसार ही की जा रही है। उन्होंने कहा कि सांसद को जांच में सहयोग करना अनिवार्य होगा।
कानूनी प्रक्रिया
सीओ कुलदीप सिंह ने कहा, “कानून सभी के लिए समान है। हम जो भी कार्रवाई कर रहे हैं, वह पूरी तरह से कानूनी दायरे में है। कोई भी व्यक्ति, चाहे वह छोटा हो या बड़ा, सभी पर वही प्रक्रिया लागू होती है, जो कानूनी रूप से निर्धारित है।” उन्होंने यह भी कहा कि जांच पूरी होने से पहले किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचना जल्दबाजी होगी।
सांसद बर्क का बयान
नोटिस मिलने के बाद, सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने अपनी प्रतिक्रिया दी और कहा, “हमें अपने संवैधानिक हक को छीनकर भीख नहीं चाहिए। हम चाहते हैं कि हमारे अधिकारों का सम्मान किया जाए और हमें समानता मिले। अगर आप हमें किट देते, तो हमें खुशी होती, लेकिन जब तक हमारे अधिकारों का उल्लंघन हो रहा है, हम इसे स्वीकार नहीं करेंगे।”उन्होंने आगे कहा कि अगर सरकार वक्फ बिल के नाम पर मुसलमानों का हक नहीं छीने, तो वे इसका स्वागत करेंगे, लेकिन वर्तमान स्थिति में वे इस बिल का विरोध करेंगे।सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने कहा कि उन्होंने पुलिस द्वारा भेजे गए नोटिस को रिसीव किया है और अब वह पुलिस जांच में पूरी तरह सहयोग करेंगे। बर्क ने कहा, “मैं एक जागरूक नागरिक हूं और पुलिस की जांच में पूरा सहयोग करूंगा।” यह बयान सांसद ने पुलिस की ओर से उच्च न्यायालय के आदेशानुसार भेजे गए नोटिस पर दिया है।
सांसद का दावा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के उस बयान पर पलटवार करते हुए, जिसमें उन्होंने कहा था कि संभल में मुसलमान पूरी तरह सुरक्षित हैं, सांसद बर्क ने कहा कि “संभल में मुसलमानों की सुरक्षा का दावा झूठा है। यहां तक कि कई बार मॉब लिंचिंग हो चुकी है और मुसलमानों को झूठे मामलों में फंसाया जा रहा है।” सांसद ने आरोप लगाया कि मुसलमानों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई जा रही है और उनके धार्मिक स्थलों को भी निशाना बनाया जा रहा है।
वक्फ बिल पर सांसद का सख्त विरोध
सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने स्पष्ट किया कि वह वक्फ बिल का पूरी तरह से विरोध करेंगे। उन्होंने कहा, “हम 40 करोड़ मुसलमानों का गला नहीं कटने देंगे। इस बिल के माध्यम से उनके अधिकारों को छीना जा रहा है। हम भाजपा के इस बिल का विरोध इसलिए नहीं कर रहे हैं कि यह भाजपा ने पेश किया है, बल्कि इसके विरोध का कारण यह है कि यह बिल मुसलमानों के अधिकारों के खिलाफ है।”सांसद ने यह भी कहा कि अगर भाजपा सही दिशा में कोई बिल लाती है जो मुसलमानों के अधिकारों का सम्मान करता है, तो वे उसका समर्थन करने के लिए तैयार हैं, लेकिन यदि यह बिल उनके अधिकारों को छीनता है, तो वे इसका मजबूती से विरोध करेंगे और जरूरत पड़ी तो न्यायपालिका का सहारा भी लेंगे।