संतकबीरनगर: मरीजों की सेहत से खिलवाड़ पर स्वास्थ्य विभाग का बड़ा एक्शन, दो हॉस्पिटल के लाइसेंस निरस्त, 04 पर कार्यवाही की संस्तुति

संतकबीरनगर जिले में मरीजों की सेहत से हो रहे खिलवाड़ पर स्वास्थ्य विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। स्वास्थ्य टीम के सत्यापन में विभागीय गाइड लाइन के विपरीत पाए गए संस हॉस्पिटल टेमा रहमत और बालाजी हॉस्पिटल हैंसर बाजार का लाइसेंस निरस्त कर दिया गया है। जबकि, जांच में खलीलाबाद के चार हॉस्पिटलों के अधोमानक पाए जाने पर उनके खिलाफ भी कार्यवाही की संस्तुति की गई है। वहीं, जिले में इतने बड़े पैमाने पर कार्रवाई से प्राइवेट हॉस्पिटल संचालकों में हड़कंप मच गया है।

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यह है पूरा मामला

दरअसल, जिले में बड़े पैमाने पर प्राइवेट हॉस्पिटल्स संचालित हो रहे हैं। जिसकी आईजीआरएस और सीएमओ डॉ. रामानुज कन्नौजिया को शिकायत मिल रही थी। इस पर डीएम महेंद्र सिंह तंवर ने सीएमओ डॉ. रामानुज कन्नौजिया को स्वास्थ्य टीम गठित कर जांच का निर्देश दिया है। इसी क्रम में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने प्राइवेट हॉस्पिटल मसलन संस हॉस्पिटल एंड ट्रामा सेंटर टेमा रहमत और बालाजी हॉस्पिटल हैंसर बाजार की जांच की गई। जांच में उक्त दोनों हाॅस्पिटल मानक के विपरीत पाए गए। इसके अलावा इन हाॅस्पिटल्स में न ही पंजीकृत डाक्टर मिले और न तो कोई अन्य स्टाफ पाए गए। सीएमओ डॉ. रामानुज कन्नौजिया ने बताया कि टीम की रिपोर्ट के आधार पर संस हॉस्पिटल और बालाजी हॉस्पिटल का लाइसेंस निरस्त किया गया है। इनके अलावा चार अन्य प्राइवेट हॉस्पिटलों के खिलाफ भी टीम की रिपोर्ट के आधार पर पंजीयन निरस्त करने की कार्यवाही अमल में लाई जा रही है। यह चारों अस्पताल भी सत्यापन में अधोमानक पाए गए हैं। इनमें मेंहदावल बाईपास चौराहा स्थित स्टार हॉस्पिटल, अवध हॉस्पिटल बड़गो, अनामिका हॉस्पिटल पुरानी सब्जी मंडी और गोरखपुर रोड स्थित बालाजी हॉस्पिटल शामिल है।

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जांच में बिना डॉक्टर के चल रहे थे चारों प्राइवेट हॉस्पिटल

सीएमओ डॉ. रामानुज कन्नौजिया ने बताया कि एसीएमओ डॉ. राम रतन के नेतृत्व में चार सदस्यीय टीम ने खलीलाबाद शहर के चार हॉस्पिटलों के सत्यापन की जांच की गई है। सत्यापन टीम की जांच में बड़गो स्थित अवध हॉस्पिटल में मैनेजर विजय कुमार और स्टाफ नर्स नेहा यादव और सरिता दाई मिलीं। जबकि पंजीकृत चिकित्सक नहीं मिले। टीम की पूछताछ में बताया गया कि वह बाहर गए हुए हैं जल्द ही लौट आएंगे। वहीं, मेंहदावल बाईपास चौराहा स्थित स्टार हॉस्पिटल की जांच में संचालक कमरुल अफ्फाक मौके पर मिले जबकि पंजीकृत डॉ. आर एस श्रीवास्तव नहीं थे। वहीं, चिकित्सालय में कुल 6 मरीज ऑपरेशन के उपरांत भर्ती पाए गए। पूछताछ में संचालक सर्जरी करने वाले डॉक्टर का नाम नहीं बता पाए। इसी क्रम में बालाजी हॉस्पिटल की जांच में न ही चिकित्सक और न ही स्टाफ मौके पर मौजूद मिले। इसी प्रकार से अनामिका हॉस्पिटल पुरानी सब्जी मंडी खुला मिला लेकिन वहां पर मरीज व चिकित्सक नहीं मिले। लिहाजा, इन चारों चिकित्सालय में चिकित्सक नहीं पाए जाने पर इनके पंजीकरण को निरस्त करने की संस्तुति की गई है ‌।