प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) ने शनिवार को उत्तर प्रदेश को रोड कनेक्टिविटी का एक और बड़ा तोहफा दिया है। पीएम मोदी ने 36,230 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले उत्तर प्रदेश के सबसे लम्बे 594 किमी के गंगा एक्सप्रेसवे (Ganga Expressway) का शाहजहांपुर (Shahjahanpur) में रिमोट से बटन दबाकर शिलान्यास किया। पीएम ने कहा कि आज यूपी में जो नए एयरपोर्ट, रेलवे और एक्सप्रेसवे बन रहे हैं वो यूपी के लोगों के लिए अनेक वरदान लेकर आ रहे हैं। यूपी को जिस काम की जरूरत है वो डबल इंजन की सरकार दे रही है।
यूपी+योगी आज बहुत है उपयोगी
विपक्ष पर निशाना साधते हुए पीएम ने कहा कि पहले जनता के पैसे का दुरुपयोग होता था। पहले कागजों पर योजनाएं अपनी तिजोरी भरने के लिए बनाई जाती थीं। लेकिन आज यूपी का पैसा यूपी के विकास में लगाया जा रहा है। ये खजाना आपका है। पीएम आवास योजना के तहत गरीबों को घर दिए जा रहे हैं। हमने गन्ना किसानों की दशकों पुरानी समस्याओं को ईमानदारी से किया।
प्रधानमंत्री श्री @narendramodi ने ₹36,230 करोड़ की लागत से बनने वाले यूपी के सबसे बड़े 594 किमी लम्बे गंगा एक्सप्रेसवे का शाहजहांपुर में रिमोट का बटन दबाकर शिलान्यास किया।#गंगा_एक्सप्रेसवे pic.twitter.com/qeWru15QRJ
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पीएम मोदी ने कहा कि आज माफिया पर बुलडोजर चलता है, बुलडोजर तो गैर-कानूनी इमारतों पर चलता है, लेकिन दर्द उसे पालने-पोसने वाले को होता। इसलिए आज यूपी की जनता कह रही है- ‘यूपी+योगी’ बहुत है उपयोगी। उन्होंने कहा कि मेरठ में एक बाजार है सोतीगंज, देश में कहीं गाड़ी चोरी हो तो वहीं कटती थी, योजी जी ने उसपर भी बुलडोजर चलवा दिया।
पहली बार बनी गरीबों का दर्द समझने वाली सरकार
प्रधानमंत्री ने कहा कि जिनको माफिया का साथ पसंद है वो उनकी भाषा बोलेंगे, लेकिन हम तो देश की भाषा बोलेंगे। पीएम ने कहा कि बेटियों की सुरक्षा पर आए दिन सवाल उठते रहते थे, उनका स्कूल कॉलेज जाना तक मुश्किल कर दिया था, कब कहां दंगा और आगजनी हो जाए, कोई नहीं कह सकता था। लेकिन बीते साढ़े चार साल में योगी जी की सरकार ने स्थिति को सुधारने के लिए बहुत परिश्रम किया है।
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पीएम ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार गरीब का दर्द समझने वाली सरकार बनी है। पहली बार गैस, सड़क बिजली को प्राथमिकता दी जा रही है। इससे गरीब, दलित पिछड़ों को जीवन बदलता है। पहले यहां रात-बिरात इमरजेंसी में अगर किसी को अस्पताल की जरूरत पड़ती थी तो लोगों को लखनऊ, कानपुर और दिल्ली भागना पड़ता था। दूसरे शहर जाने के लिए सड़कें नहीं थीं। आज यहां सड़के, एक्सप्रेसवे बनते जा रहे हैं, मेडिकल कॉलेज भी खुले हैं। ऐसे ही होता है दमदार काम, ईमानदार काम। जो भी समाज में पिछड़ा हुआ है, उसे सशक्त करना, योजनाओं का लाभ पहुंचाना ही हमारी प्राथमिकता है।
आज जब उस माफिया पर बुल्डोजर चलता है, बुल्डोजर तो गैर-कानूनी इमारत पर चलता है, लेकिन दर्द उसे पालने-पोसने वाले को होता है।
इसीलिए आज यूपी की जनता कह रही है
– 'UP+Yogi' बहुत है UPYOGI– प्रधानमंत्री श्री @narendramodi#गंगा_एक्सप्रेसवे pic.twitter.com/7Tdrf5XX2z
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पीएम ने कहा कि गंगा एक्सप्रेसवे प्रगति के नए द्वार खोलेगा। यूपी में आज जो एक्सप्रेसवे का जाल बिछ रहा है, नए एयरपोर्ट बन रहे हैं, वो यूपी के लोगों के लिए अनेक वरदान एक साथ लेकर आ रहे हैं। पहला वरदान समय की बचत, दूसरा- सहूलियत और सुविधा में बढ़ोतरी, तीसरा- संसाधनों का सही प्रयोग, चौथा- सामर्थ्य में वृद्धि और पांचवा चौतरफा शांति। अब आपको एक जगह से दूसरे जगह जाने में ट्रैफिक जाम नहीं मिलेगा।
क्या हैं गंगा एक्सप्रेसवे
दिल्ली बॉर्डर से बलिया तक गंगा कि किनारे 1020 किलोमीटर में यह एक्सप्रेस-वे बनाए जाने का प्रस्ताव है. प्रोजेक्ट के पहले चरण में 594 किलोमीटर लंबा छह लेन वाला यह एक्सप्रेस-वे मेरठ के बिजौली गांव के पास से शुरू होकर प्रयागराज के जुदापुर दांडू गांव तक जाएगा। इसकी पीएम मोदी ने आज आधारशिला रखी। इसे 36,200 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित किया जाएगा। पूरी तरह से निर्मित होने के बाद, यह राज्य के पश्चिमी और पूर्वी क्षेत्रों को जोड़ने वाला, उत्तर प्रदेश का सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे बन जाएगा। प्रोजेक्ट के दूसरे चरण में एक्सप्रेस-वे प्रयागराज से बलिया तक कुल 316 किलोमीटर लंबाई में बनाया जाना है।
फेज -2 में ही दिल्ली के तिगड़ी से यूपी बॉर्डर तक 110 किलोमीटर में एक्सप्रेस-वे प्रस्तावित है। गंगा एक्सप्रेस-वे पर शाहजहांपुर में 3.5 किलो मीटर लंबी हवाई पट्टी भी बनाई जाएगी, जो वायु सेना के विमानों को आपातकालीन उड़ान भरने और उतरने में सहायता प्रदान करेगी। एक्सप्रेस-वे के साथ एक औद्योगिक गलियारा बनाने का भी प्रस्ताव है। एक्सप्रेस-वे पर ट्रॉमा सेंटर बनाने का भी प्रस्ताव है। एक्सप्रेस-वे पर कई जगह हेडीपैड्स बनाने की भी योजना है, ताकि वहां से एयर एम्बुलेंस की सुविधा शुरू की जा सके।
इन शहरों को जोड़ेगा गंगा एक्सप्रेस-वे
यह एक्सप्रेस-वे मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज से होकर गुजरेगा। इस एक्सप्रेस-वे के लिए जरूरी 518 ग्राम पंचायतों के 7368 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहण का करीब 96 फीसदी काम पूरा हो चुका है। पीएमओ ने कहा है कि गंगा एक्सप्रेस-वे से औद्योगिक विकास, व्यापार, कृषि, पर्यटन आदि क्षेत्रों को बढ़ावा मिलेगा। इससे क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास को भी प्रोत्साहन मिलेगा।
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