समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने सोमवार को लखनऊ (Lucknow) में पार्टी के अल्पसंख्यक नेताओं के साथ अहम बैठक की। इस दौरान उन्होंने इंडिया गठबंधन को लेकर स्पष्ट रुख अपनाते हुए कहा कि यह गठबंधन पहले था, अब भी है और आगे भी बना रहेगा। साथ ही, उन्होंने कहा कि आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव कांग्रेस के साथ मिलकर लड़ा जाएगा।
इमरान मसूद के बयानों पर उठे सवाल
बैठक में सहारनपुर से आए कुछ मुस्लिम नेताओं ने कांग्रेस सांसद इमरान मसूद (Imran Masood) द्वारा सपा के खिलाफ की गई बयानबाज़ी को लेकर चिंता जताई। उनका कहना था कि मसूद के बयानों से जमीनी कार्यकर्ताओं में भ्रम की स्थिति बन रही है और गठबंधन की एकता पर भी असर पड़ सकता है। उन्होंने मांग की कि कांग्रेस नेतृत्व को इस पर हस्तक्षेप कर मसूद की बयानबाज़ी पर रोक लगानी चाहिए।
अखिलेश यादव का जवाब
नेताओं की चिंताओं का जवाब देते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि गठबंधन को मजबूत बनाए रखना प्राथमिकता है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि इमरान मसूद के बयानों को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से चर्चा की जाएगी। अखिलेश ने कहा, आप लोग फील्ड में काम करें, पार्टी को मज़बूत बनाएं। हमें मिलकर बीजेपी को सत्ता से हटाना है। इमरान मसूद का मामला कोई बड़ा मुद्दा नहीं है, उसे सुलझा लिया जाएगा।
इमरान मसूद का तीखा रुख बरकरार
सहारनपुर से कांग्रेस सांसद इमरान मसूद पिछले कुछ समय से समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते आ रहे हैं। उनका आरोप है कि सपा में मुस्लिम नेतृत्व को दरकिनार किया जा रहा है। मसूद ने यह भी कहा कि कांग्रेस को अब किसी सहारे की जरूरत नहीं है और पार्टी राज्य की लगभग 200 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में है। उन्होंने पुराने “80-17 फार्मूले” को खारिज करते हुए कहा कि अब समीकरण बदल चुके हैं।
आजम खान के मुद्दे पर अखिलेश का समर्थन
इस बैठक में सपा संस्थापक सदस्य आजम खान का भी ज़िक्र हुआ। अखिलेश यादव ने कहा कि आजम खान और उनके परिवार पर जो मुकदमे चल रहे हैं, वे झूठे और राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी आजम खान और उनके परिवार के साथ पूरी मजबूती से खड़ी है और उनके साथ अन्याय नहीं होने देगी।
समर्थकों की नाराज़गी पर भी बोले अखिलेश
हाल ही में आजम खान के समर्थकों ने सपा नेतृत्व, खासकर अखिलेश यादव पर यह आरोप लगाया था कि पार्टी ने आजम को मुश्किल समय में अकेला छोड़ दिया। इस संदर्भ में जेल से आजम खान की एक चिट्ठी भी सामने आई थी, जिसने सियासी हलकों में हलचल मचा दी थी। वहीं, भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद और AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी भी अखिलेश पर सवाल उठा चुके हैं।