देवेंद्र फडणवीस के इस्तीफे और उनकी प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद शुक्रवार शाम शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस की. शिवसेना प्रमुख ने साफ-साफ संकेत दिया कि सरकार गठन के लिए शिवसेना अन्य विकल्पों को लेकर गंभीर है. बीजेपी को झूठा बताते हुए ठाकरे ने कहा कि उन्होंने अपने पिता बाला साहेब को वचन दिया था कि एक दिन शिवसेना का सीएम होगा और हम अपना वचन निभाएंगे.
उद्धव ने कहा कि वचन पूरा करने के लिए हमें न अमित शाह और न बीजेपी के आशीर्वाद की जरूरत है. उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी झूठ बोलती है और उसके झूठ की वजह से ही उन्होंने उसके साथ सरकार गठन को लेकर बातचीत रोक दी है. सरकार गठन पर बीजेपी के पाले में गेंद फेकते हुए शिवसेना प्रमुख ने कहा अब यह बीजेपी के ऊपर है कि गठबंधन की सरकार बनती है या नहीं.
कौन झूठा है सबको पता है
प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपना पक्ष रखते हुए और फडणवीस पर पलटवार करते हुए उद्धव ने कहा कि झूठ कौन बोलता है यह सबको पता है. गठबंधन को लेकर हमारी क्या चर्चा चल रही थी उसकी भी बात करिए, झूठी बात मत फैलाइए. मेरे पिता को मेरा वादा था कि मैं एक दिन मुख्यमंत्री पद पर शिवसेना के व्यक्ति को पहुंचाउंगा और मैं इस पर अडिग हूं. पिछले 25 साल तक हम इसी बात पर अड़ते रहे कि जिसकी सीट ज्यादा रहेगी वही सीएम बनेगा. अमित शाह से बात हुई थी. उन्हें स्पष्ट करना चाहिए.”
हम बीजेपी को शत्रु पार्टी की तरह नहीं देखते
उन्होंने आगे कहा, “अमित भाई ने कहा था कि हमारे बीच काफी कुछ गड़बड़ हुआ था और मैं सब ठीक करना चाहता हूं. अमित शाह से मुख्यमंत्री पद के लिए साफ बात हुई थी. उस वादे पर आज भी बीजेपी के साथ कायम हूं. फडणवीस का सपोर्ट किया था क्योंकि वे अच्छे मित्र हैं. झूठों की पार्टी नहीं है शिवसेना.” शिवसेना प्रमुख ने कहा, “पहले हमारा सीएम फिर आपका सीएम ऐसी कोई बात होती तो हम आगे बढ़ सकते थे लेकिन ऐसी कोई बात नहीं हुई . हम बीजेपी को शत्रु पार्टी की तरह नहीं देखते.” नीतीश कुमार का उदाहरण देते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा बिहार में उन्होंने अलग शर्त रखी थी लेकिन हमने ऐसा कुछ नहीं किया. इस दौरान उन्होंने अच्छे दिन की बात की, नोटबंदी के 50 दिन की बात भी की.
बीजेपी के झूठ की वजह से मैंने ही रोकी बातचीत: ठाकरे
ठाकरे ने कहा कि बीजेपी के झूठ की वजह से ही उन्होंने सरकार गठन को लेकर चर्चा रोक दी. ढाई-ढाई साल के सीएम के 50-50 फॉर्म्युले को लेकर बीजेपी पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए ठाकरे ने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान ही यह तय हुआ था. उन्होंने कहा, ‘अमित शाह का फोन आया था मेरे पास. मैंने कहा कि मैंने पिताजी को वचन दिया है..मैंने यह भी बोला कि अगर मेरी सीटें ज्यादा आईं तब भी हम बीजेपी को ढाई साल देंगे…उन्होंने (अमित शाह) कहा कि अभी तक जो हुआ सो हुआ लेकिन मेरे कार्यकाल में न्याय होगा. मैंने यह बात देवेंद्र जी को बताई तो उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान हम इसका (ढाई-ढाई साल सीएम) जिक्र नहीं करेंगे. पद और जिम्मेदारियों के समान निर्वहन की बात करेंगे. जब हम पद की बात करेंगे तो आप मान लेना कि इसमें सीएम पद की भी बात हो रही है. उन्होंने कहा कि शिवसेना झूठ बोलने वालों की पार्टी नहीं है और वह बीजेपी की तरह झूठा नहीं हैं.
राम मंदिर पर बीजेपी ने वादा पूरा नहीं किया
शिवसेना प्रमुख ने मोदी सरकार पर चुनावी वादों को पूरा नहीं करने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि आरएसएस और शिवसेना हमेशा से अयोध्या में राममंदिर निर्माण की मांग करती रही है लेकिन बीजेपी अपने वादे को पूरा करने में नाकाम रही. ठाकरे ने कहा, ‘2019 के लोकसभा चुनाव के बाद अमित शाह ने मुझसे पूछा कि आपको कौन सा मंत्रालय चाहिए…मैंने कहा कि कोई भी अच्छा सा दे दीजिए…जिसमें काम होते हों….लेकिन ऐसा नहीं हुआ.’
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