उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने मंगलवार को इंदिरानगर में सिल्क एक्सपो 2024 (Silk Expo 2024) का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने राज्य की प्रगति और संभावनाओं पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की प्रगति संतोषजनक हो सकती है, लेकिन राज्य की विशाल संभावनाओं को देखते हुए इसे पर्याप्त नहीं कहा जा सकता।
बनारसी साड़ियों की मांग में उल्लेखनीय वृद्धि
योगी ने कहा कि कपड़ा उद्योग रोजगार सृजन के साथ-साथ किसानों की आमदनी बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण साधन है। उन्होंने रेशम उद्योग को प्रोत्साहित करने की जरूरत पर जोर दिया और कहा कि सिल्क एक्सपो इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है।
लखनऊ में सिल्क एक्सपो-2024 के उद्घाटन एवं पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेशम रत्न समारोह में… https://t.co/yMisn3MxsL
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) October 22, 2024
मुख्यमंत्री ने बताया कि केंद्र सरकार ने वाराणसी, भदोही, आजमगढ़ और मुबारकपुर समेत अन्य जिलों में सिल्क क्लस्टर विकसित करने की दिशा में कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि काशीधाम बनने के बाद बनारसी साड़ियों की मांग में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। प्रधानमंत्री मित्र टेक्सटाइल पार्क भी 1,000 एकड़ में विकसित होने जा रहा है, लेकिन इसके लिए हमें कच्चा माल खुद तैयार करना होगा।
राज्य में हर प्रकार के रेशम उत्पादन की प्रबल संभावनाएं
योगी ने उत्तर प्रदेश के जलवायु जोन की विविधता का उल्लेख करते हुए कहा कि राज्य में हर प्रकार के रेशम के उत्पादन की प्रबल संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि अगर बनारसी साड़ी समेत अन्य रेशम उत्पादों के लिए प्रदेश में सस्ता कच्चा माल मिलेगा, तो इससे उद्योग में बड़ा विकास होगा। सरकार उत्पादन से लेकर मार्केटिंग और डिजाइनिंग तक हर कदम पर उद्योगपतियों का साथ देगी।
मुख्यमंत्री ने ‘एक जिला, एक उत्पाद’ (ODOP) योजना की सफलता की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि यूपी देश का पहला राज्य है जिसने अपने पारंपरिक उत्पादों के लिए नई नीति बनाई है। इसके तहत 75 से अधिक उत्पादों को जीआई टैग मिल चुका है।
किसानों को ‘रेशम मित्र’ के रूप में पहचान दिलाने की योजना
पिछली सरकारों की उपेक्षा पर टिप्पणी करते हुए योगी ने कहा कि पहले यूपी के पारंपरिक उत्पादों को उपेक्षा का सामना करना पड़ा, लेकिन अब विभिन्न जिलों के विशिष्ट उत्पाद वैश्विक मंच पर यूपी की पहचान को मजबूत कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने किसानों को ‘रेशम मित्र’ के रूप में पहचान दिलाने की योजना का भी जिक्र किया और कहा कि सरकार इस दिशा में हर संभव सहायता प्रदान करेगी।
उन्होंने सिल्क क्लस्टर के विकास और आधुनिक तकनीक को अपनाने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि रेशम उद्योग को पारंपरिक तकनीकों से आधुनिक प्रोसेसिंग तकनीकों की ओर बढ़ना होगा। योगी ने विश्वास जताया कि पीएम मित्र पार्क राज्य के रेशम उद्योग की संभावनाओं को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
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