यूपी के सीतापुर (Sitapur) में एक घटना सामने आई है, जिसमें प्राथमिक विद्यालय नदवा के प्रधानाचार्य बृजेंद्र वर्मा (Brijendra Verma) ने बीएसए अखिलेश प्रताप सिंह (BSA Akhilesh Pratap Singh) को बेल्ट से पीट दिया। घटना के पीछे कारणों और विवादों का पूरा सच धीरे-धीरे सामने आ रहा है।
ऑडियो वायरल
इस घटना से पहले सोशल मीडिया पर एक कथित ऑडियो वायरल हुआ, जिसमें प्रधानाचार्य और बीएसए के बीच बातचीत रिकॉर्ड की गई थी। ऑडियो में बताया गया कि बीएसए अधिकारी प्रधानाचार्य पर गैरहाजिर महिला शिक्षिका की हाजिरी लगाने का दबाव डाल रहे थे। हालांकि, ब्रेकिंग ट्यूब इस ऑडियो की पुष्टि नहीं करता।
बीएसए और महिला शिक्षक सस्पेंड
इस पूरे मामले में लंबे समय से गैरहाजिर रही महिला शिक्षिका अवंतिका गुप्ता को भी सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं, प्रधानाचार्य बृजेंद्र वर्मा को पुलिस ने बीएसए की शिकायत पर गिरफ्तार कर लिया। घटना के समय का सीसीटीवी वीडियो भी सामने आया है, जिसमें वर्मा अपनी बेल्ट से बीएसए पर हमला करते दिख रहे हैं।
शिक्षका का निलंबन आदेश
जारी आदेश के अनुसार, शिक्षिका को बीएसए में उपस्थित होकर 21 अगस्त 2025 से 20 सितंबर 2025 तक स्कूल में अनुपस्थित रहने के कारण अपना पक्ष रखने का निर्देश दिया गया था। हालांकि, वह तय तारीख 23 सितंबर 2025 को सुनवाई के लिए उपस्थित नहीं हुईं। इस आधार पर उन्हें निलंबित कर दिया गया।
प्रधानाचार्य बृजेंद्र वर्मा की पत्नी का आरोप
प्रधानाचार्य बृजेंद्र वर्मा की पत्नी सीमा वर्मा ने बताया कि उनके पति को महिला शिक्षिका की हाजिरी लगाने के लिए लगातार दबाव बनाया जा रहा था। जब उन्होंने यह मांग मानने से इनकार किया, तब बीएसए ने उन्हें ऑफिस बुलाकर परेशान किया। वहां हुई बहस के दौरान गुस्से में बृजेंद्र वर्मा ने बीएसए की पिटाई कर दी।
अभिभावक और बच्चों का विरोध जारी
प्रदर्शन के दौरान बच्चों ने शिक्षिका अवंतिका के खिलाफ भी नारेबाजी की। बीएसए ने स्कूल में पढ़ाई जारी रखने के लिए एक और शिक्षक को भेजा, लेकिन ग्रामीणों ने उन्हें कक्षा में पढ़ाने की अनुमति नहीं दी। छात्रों ने अब प्रधानाचार्य बृजेंद्र वर्मा की जेल से रिहाई की मांग उठाई है।