कुंभ मेला : 200 साल के इतिहास में पहली बार भगदड़ से नहीं हुई एक भी मौत, बनाये अनेक नायब रिकॉर्ड

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कुम्भ 2019 के औपचारिक समापन की घोषणा कर दी. आस्था का सबसे बड़ा पर्व मकर संक्रांति के पर्व पर 15 जनवरी से शुरू हुआ और 4 मार्च को महाशिवरात्रि के अवसर पर अंतिम स्नान के साथ समाप्त हो गया. 49 दिनों तक चले इस भव्य कुंभ मेले में देश-विदेश के करीब 23 करोड़ श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया.


32 सौ हेक्टेयर में बसाई गई अस्थायी तंबुओं की नगरी में 48 हजार से ज्यादा एलईडी लाइट लगायीं गयीं थीं. आस्था के इस बड़े मेले की कई सुनहरी स्मृतियां हैं, जो इसका हिस्सा बने देश-दुनिया के करोड़ों लोगों के जेहन में लंबे समय तक बनीं रहेंगी. इस बार कुंभ खास रहा क्योंकि इस कुंभ मेले का इतिहास के साथ भूगोल भी बदल गया. कई रिकॉर्ड भी इस कुंभ में बने हैं. गिनीज बुक वर्ल्‍ड ऑफ रिकॉर्ड में भी तीन रिकॉर्ड दर्ज हो चुके हैं.


दिव्य और भव्य कुंभ ने जो सबसे बड़ा कीर्तिमान स्थापित किया है वह 25 करोड़ के करीब श्रद्धालुओं का आना है. बिना किसी आमंत्रण के यहां श्रद्धालुओं का आना विश्व रिकॉर्ड है. दुनिया भर में आस्था के सबसे बड़े केंद्र इस कुंभ में यह भी रिकॉर्ड रहा कि यह निर्विघ्न सकुशल हुआ. 200 साल के इतिहास में यह पहला कुंभ है जिसमें भगदड़ से एक भी मौत नहीं पिछले सभी कुंभ में कोई न कोई दुर्घटना जरुर घटित हुई है. आंकड़ो पर नजर डालें तो 1820 हरिद्वार मेला 450 से अधिक, 1840 प्रयाग कुंभ मेला 50 से अधिक, 1906 प्रयाग कुंभ मेला 50 से अधिक, 1954 प्रयाग कुंभ मेला 800 से अधिक, 1986 हरिद्वार कुंभ मेला 7, 2013 इलाहाबाद कुंभ मेला 36, उज्जैन सिंघस्थ कुंभ मेला 10 में लोगों की दुर्घटना के कारण मौतें हुईं लेकिन ये योगी सरकार के उचित प्रबंधन का ही नतीजा है कि कुंभ दिव्यता के साथ कुंभ में सुरक्षा भी देखने को मिली. जो कि अपने आपमें कीर्तिमान है. इसके अलावा गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड में शटल बसों का संचालन, स्वच्छता और हैंड पेंटिंग ने भी स्थान बना लिया है. दुनिया में सबसे बड़ी पार्किंग बनाए जाने का गौरव इसी कुंभ को मिला है.


इस बार के कुंभ में गंगा जल को लेकर भी योगी सरकार की काफी सराहना हुई. अविरल और निर्मल गंगा के चलते ही लोगों ने स्नान किया. मुख्यमंत्री आदित्यनाथ तो समापन अवसर पर यह भी बोले कि वर्ष 2013 के महाकुंभ में मॉरीशस के प्रधानमंत्री आए थे मगर तक पानी साफ न होने से उन्होंने संगम में स्नान नहीं किया था. इस बार उनका स्नान करने का कार्यक्रम नहीं था मगर पानी स्वच्छ देखकर उन्होंने परिवार व अपनी कैबिनेट के साथ संगम में डुबकी लगाई.


दिव्य, भव्य स्वच्छ और सुरक्षित कुंभ की रिपोर्ट म्यूजियम में सहेज कर रखी जाएगी, ताकि, देश-दुनिया के जिज्ञासु इस पर अध्ययन और शोध कर सकें. यह जानकारी मंगलवार को नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना ने दी. कुंभ के समापन समारोह में नगर विकास मंत्री ने कहा कि इस बार के कुंभ का प्रबंधन शोध का विषय बन गया है. वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ ने कुंभ के आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली कोर टीम को एक माह का वेतन बोनस के रूप में दिए जाने और कुंभ सेवा मेडल देने की घोषणा की है. सीएम ने कहा कि कुंभ में लगे सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र सहित पुरस्कार प्रदान किया जाएगा.


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