सीतापुर जिले में हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी के बेटे पर जानलेवा हमले की खबर से हड़कंप मच गया है। दरअसल, किराने की दुकान पर सामान खरीदने पहुंचे सत्यम तिवारी पर अचानक झगड़ा कर रहा एक पक्ष आक्रामक हो गया और सत्यम पर लाठी और चाकुओं से हमला कर दिया। हमले में सत्यम तिवारी के सिर पर चोट आई और काफी खून बहने के कारण कपड़े खून में लथपथ नजर आने लगे। ऐसे में उन्हें तुरंत ही अस्पताल ले जाया गया। फिलहाल अब सत्यम की हालत खतरे से बाहर है। बता दें कि अक्टूबर 2019 को हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी की भी लखनऊ में दिन दहाड़े हत्या कर दी गई थी।
ये है मामला
जानकारी के मुताबिक, सीतापुर जिले की महमूदाबाद कोतवाली क्षेत्र के बन्नी गांव की है। यहां कस्बा महमूदाबाद निवासी स्व कमलेश तिवारी के बेटे सत्यम तिवारी अपने चाचा सोनू तिवारी के साथ कस्बे की ही दुकान पर तकरीबन रात 10 बजे सामान लेने जा रहा था। दुकान पर किसी बात को लेकर पहले से विवाद चल रहा था कि इसी दौरान सत्यम भी अपने चाचा के साथ दुकान पर पहुंच गए तो दबंगों ने झगड़े को छोड़कर सत्यम के चाचा और सत्यम पर अचानक ही हमला बोल दिया।
दबंगों ने चाचा और सत्यम पर लाठी डंडों से हमला बोल दिया और दोनों को लहूलुहान कर दिया। इस हमले को देखकर स्थानीय लोग जब घटनास्थल की तरफ दौड़े तो दबंग वहां से फरार हो गए। इस वारदात चाचा और भतीजे दोनों घायल हुयर जिन्हें इलाज के लिए सीएचसी महमूदाबाद में देर रात भर्ती कराया गया। दबंगों ने घटना किन कारणों से अंजाम दी है वह अभी तक साफ नही हो सका है। फिलहाल पुलिस ने 6 नामजदों के खिलाफ केस दर्ज करके उनकी जांच शुरू कर दी है।
2019 में हुई थी पिता की हत्या
बता दें कि 18 अक्टूबर 2019 को हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी की लखनऊ में हत्या कर दी गई थी। शुरुआत में इस हत्याकांड में पुलिस ने गुजरात से तीन और उत्तर प्रदेश से दो लोगों को गिरफ्तार किया था। कमलेश तिवारी हत्याकांड मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस ने 13 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल किया था। आरोपियों में से अशरफ और मोइनुद्दीन पर हत्या का आरोप है।
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )