यूपी में विधान परिषद चुनाव के परिणाम घोषित (UP MLC Election Result 2022) होने के साथ एक बार फिर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के हाथ निराशा ही लगी है. एसपी को विधान परिषद चुनाव में सूपड़ा साफ होने जैसी स्थितियों का सामना करना पड़ा है. विधान परिषद चुनाव में अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के बेहद करीबी और राजनीतिक सलाहकार कहे जाने वाले सुनील सिंह साजन लखनऊ उन्नाव सीट से चुनाव हार गए.
वहीं अखिलेश के खास नेताओं में से एक उदयवीर सिंह (Udaiveer Singh) की हालत ऐसी हो गई कि उनका नामांकन तक स्वीकार ना हो सका. एमएलसी चुनावों में 20 सीटें ऐसी रहीं, जहां सपा ने महज 30 प्रतिशत से कम वोट प्राप्त किए, यानी कि बीस से ज्यादा सीटों पर समाजवादी पार्टी लड़ाई से ही बाहर रही.
अखिलेश यादव के सलाहकार कहे जाने वाले साजन को समाजवादी पार्टी ने लखनऊ-उन्नाव निर्वाचन क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया था. इसके अलावा अखिलेश का दाहिना हाथ कहे जाने वाले उदयवीर सिंह को मथुरा-एटा-मैनुपुरी सीट का प्रत्याशी बनाया गया था. सपा राज में शिक्षा विभाग के अहम पदों पर रहे पूर्व एमएलसी वासुदेव यादव प्रयागराज क्षेत्र से प्रत्याशी बनाए गए थे. अखिलेश के करीबी संतोष यादव, आनंद भदौरिया और राजेश यादव भी इस बार मैदान में थे. इनमें से कोई भी विधान परिषद का चुनाव ना जीत सका. बड़ी बात ये कि चुनाव हारने वालों में वो चेहरे सबसे आगे रहे, जो एक जमाने में एसपी को जिताने के लिए अखिलेश को सलाह दिया करते थे.
बीजेपी की बंपर जीत
एमएलसी की 36 सीटों पर हुए चुनाव में बीजेपी ने 33 सीट जीत ली है. 9 सीटों पर बीजेपी के उम्मीदवार पहले ही निर्विरोध जीत चुके थे. वहीं मंगलवार को कुल 27 सीट पर गिनती हुई, जिनमें से 24 सीट पर बीजेपी ने जीत हासिल की है. बीजेपी जो तीन सीटें नहीं जीत सकी उनमें से 2 सीट पर निर्दलीय प्रत्यशी ने जीत हासिल की. वाराणसी से अन्नपूर्णा सिंह ने निर्दलीय प्रत्यशी के तौर पर जीत हासिल की, तो वहीं आजमगढ़ मऊ सीट से विक्रांत सिंह ने बतौर निर्दलीय प्रत्याशी जीत हासिल की. वहीं प्रतापगढ़ सीट से रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया की जनसत्ता दल के उम्मीदवार अक्षय प्रताप सिंह उर्फ गोपाल ने जीत हासिल की है.
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