समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के कद्दावर नेता और रामपुर विधायक आजम खान (Azam Khan) को भड़काऊ भाषण मामले में तीन साल की सजा के साथ ही विधानसभा सदस्यता गवांनी पड़ गई। इस मामले को लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) का बड़ा बयान सामने आया है। सपा चीफ ने कहा कि जबसे बीजेपी सत्ता में आई है, विपक्ष के प्रति उसकी बदले की कार्रवाई थमने का नाम नहीं ले रही है। आए दिन विपक्षी नेताओं की प्रतिष्ठा को धूमिल करने के लिए उन्हें फर्जी मुकदमों में फंसाने का सिलसिला जारी है।
सपा नेताओं के प्रति बीजेपी का रवैया दुश्मनों जैसा
अखिलेश यादव ने कहा कि सपा के नेताओं के प्रति बीजेपी का रवैया दुश्मनों जैसा है। यह लोकतंत्र में अवांछनीय है। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार के निशाने पर मुख्य रूप से रामपुर के लोकप्रिय समाजवादी नेता मोहम्मद आजम खान हैं, जिन पर रोज फर्जी केस दर्ज किए जा रहे हैं और उन्हें हर तरह से परेशान किया जा रहा है।
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सपा अध्यक्ष ने कहा कि आजम खान बीजेपी सरकार की आंखों में इसलिए खटकते हैं, क्योंकि वे साम्प्रदायिक ताकतों के धुर विरोधी है और लोकतंत्र तथा समाजवाद के लिए प्रतिबद्ध हैं। रचनात्मक कार्यों में उनकी विशेष रूचि है। आजम संविधान और धर्मनिरपेक्षता के लिए निरन्तर संघर्ष करने वाले नेता रहे हैं।
जौहर अली यूनिवर्स्टी को मटियामेट करने पर तुली बीजेपी सरकार
अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी सरकार ने केंद्र के अपने आठ साल और राज्य में अपने साढ़े पांच साल से अधिक के कार्यकाल में ऐसी कोई भी योजना नहीं बनाई, जो कल्याणकारी हो। शिक्षा के क्षेत्र में बीजेपी सरकार ने अव्यवस्था फैलाने के अलावा कुछ और नहीं किया। सामाजिक तानाबाना को नष्ट करने में बीजेपी अव्वल है। आजम नफरती राजनीति के विरोधी थे, इसलिए वे बीजेपी की आंख की किरकिरी बन गए हैं। विधानसभा में उनके अकाट्य तर्कों और तीखे बयानों से बीजेपी नेता असहज रहते थे, इसलिए उनके खिलाफ षडयंत्र के बीज बोए जाने लगे।
उन्होने कहा कि बीजेपी को चिढ़ है कि रामपुर में आजम ने एक उच्चस्तरीय शैक्षिक संस्थान मौलाना मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय बना दिया, जिससे इस क्षेत्र के नोजवानों को आगे बढ़ने का मौका मिलना तय था। इस बड़े काम की प्रशंसा के बजाय बीजेपी सरकार यूनिवर्सिटी को ही मटियामेट करने पर तुल गई। आजम साहब पर न जाने कितने झूठे मुकदमें लगा दिए गए. बीजेपी मौलाना मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय को ध्वस्त करने में लगी है।
बीजेपी को भारी पड़ेगी आजम के खिलाफ साजिश
यही नहीं, अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी सरकार को याद रखना चाहिे की राजनीति में विद्वेष की भावना का कोई स्थान नहीं है। लोकतंत्र में सत्ता पक्ष और विपक्ष की समान भूमिका होती है। आजम खान कोई सामान्य व्यक्ति नहीं हैं, वे रामपुर से 10 बार विधायक, तीन बार सांसद, राज्य सरकार में कई बार मंत्री, नेता विपक्ष भी रहे हैं। बीजेपी ने उनको राजनीति में किनारे करने की जो साजिश की है, वह उन पर ही भारी पड़ेगी। राज्य की जनता बीजेपी के अनैतिक आचरण को कभी भी बर्दाश्त नहीं करेगी।
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