कोरोना वायरस से बढ़ते संक्रमित पुलिसकर्मियों को देखते हुए डीजीपी ने एक आदेश पारित किया था, जिसमे ये कहा गया था कि 55 वर्ष से अधिक आयु के पुलिसकर्मियों फ्रंट लाइन ड्यूटी से मुक्त रखा जाएगा। इसी के अन्तर्गत मेरठ एसएसपी अजय साहनी ने इस मामले में पुलिसकर्मियों को राहत दे दी है। लगातार बढ़ते आंकड़े देख उन्होंने ये नियम बनाया है कि जिनकी उम्र 50 से अधिक है या जो किसी बीमारी से ग्रसित हैं, उन्हें दफ्तर में ही ड्यूटी दी जाएगी।
एसएसपी ने दिया ये आदेश
जानकारी के मुताबिक, फ्रंट लाइन के पुलिसकर्मी लगातार वायरस से पॉजिटिव मिल रहे हैं। जिसके चलते अब पुलिसकर्मियों में भी फ्रंट लाइन ड्यूटी करने को लेकर डर बैठने लगा है। इसी के चलते मेरठ एसएसपी ने पुलिसकर्मियों को राहत देने के लिए एक नया तरीका अपनाया है। अब गंभीर बीमारी से ग्रसित पुलिसकर्मियों की ड्यूटी फ्रंटलाइन में नहीं लगाई जाएगी।
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उन्होंने इस मामले में मंगलवार को वायरलेस पर सभी थाना प्रभारियों को आदेश दिए और कहा कि ऐसे पुलिसकर्मियों को हॉटस्पॉट, क्वारांटीन सेंटर और चेकिंग पॉइंट पर तैनात नहीं किया जाएगा। इसी के साथ सांस रोग, फेफड़े रोग, हृदय रोग के साथ गंभीर मधुमेह रोग के शिकार पुलिसकर्मियों की ड्यूटी फ्रंट लाइन में नहीं लगाई जाएगी।
जिले में हो चुकी है चौकी प्रभारी की मौत
गौरतलब है कि मेरठ में ही सोमवार रात तीन बजे चौकी प्रभारी बलवीर सिंह को तेज बुखार और सीने में दर्द की दिक्कत हुई। लिसाड़ी गेट थाने के इंस्पेक्टर प्रशांत कपिल ने तुरंत उन्हें आनंद हॉस्पिटल में भर्ती कराया। कोविड जांच के लिए तुरंत नमूना भेजा गया। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उन्हें कोविड वार्ड में वेंटिलेटर पर भी रखा गया लेकिन उनकी हालत ज्यादा खराब हो चुकी थी। देर शाम चौकी प्रभारी की मौत के बाद पूरी चौकी को क्वारांटीन किया गया।
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