उत्तर प्रदेश में स्टेट कोविड-19 कंट्रोल रूम एंड कमांड सेंटर (State covid 19 control room) में गुरुवार को कर्मचारियों ने चार महीने से सैलरी नहीं मिलने के विरोध में कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया। करीब एक घंटे तक उन्होंने कोरोना से संबंधित मामलों को लेकर आने वाले कॉल्स को रिसीव नहीं किया। ऐसे में घर पर कोरोना संक्रमण का इलाज करा रहे मरीजों और संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों की कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग से संबंधित कामकाज बंद रहा।
हालांकि, जैसे-तैसे करके कर्मचारियों को मनाया गया और उन्हें जल्द वेतन देने का आश्वासन भी दिया गया। जानकारी के अनुसार, देर शाम जब स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. डीएस नेगी को इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने तुरंत बातचीत के लिए कर्मचारियों को बुलाया। जल्द सैलरी देने का आश्वासन मिलने पर कर्मचारी मान गए।
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डॉ. डीएस नेगी ने बताया कि कर्मचारियों ने छिटपुट विरोध किया था। कामकाज पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ा। वैसे भी प्रदेश में एस्मा लागू है और कोई हड़ताल नहीं कर सकता। बता दें कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते प्रसार पर नियंत्रण करने के लिए स्टेट कोविड-19 कंट्रोल रूम एंड कमांड सेंटर की स्थापना की गई है।
कमांड सेंटर से मरीज और जनसामान्य 24×7 कोविड-19 से संबंधित सहायता प्राप्त कर सकते हैं। आपको कोई भी कोविड-19 संबधी जानकारी चाहिए तो यहां पर कॉल कर सकते हैं। यह कमांड सेंटर जिलों में स्थित कोविड-19 कंट्रोल सेंटरों से भी जुड़े होते हैं।
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जानकारी के अनुसार, गुरुवार को 1.68 लाख लोगों का कोरोना टेस्ट किया गया। अभी तक 2.09 करोड़ लोगों की कोरोना जांच की जा चुकी है। देश में सर्वाधिक कोरोना टेस्ट यूपी में ही हुए हैं। लोगों से अपील की है कि वह दो गज की शारीरिक दूरी के नियम का सख्ती से पालन करें, मास्क जरूर पहनें और बेवजह घर से बाहर न निकलें।
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