अंधेरी रातों में, सुनसान राहों पर आपको कोई मिले या न मिले आपकी मदद के लिए तत्पर यूपी पुलिस के जवान बेशक मिलेंगे। जिससे आपको भी सुरक्षित महसूस होगा। कुछ ऐसा ही मामला अयोध्या में सामने आया है, जहां अंधेरी रात में सुनसान सड़क पर अकेले पैदल अपने घर की तरफ जा रहे युवक को दारोगा ने लिफ्ट देकर सकुशल घर पहुंचाया। घर पहुंचकर युवक की मां और बहन ने दारोगा को खूब खूब धन्यवाद किया। खास बात ये है कि युवक की मां ने ट्वीट करके भी दारोगा के इस नेक काम की सराहना की।
ये है मामला
जानकारी के मुताबिक, पिछले दिनों दारोगा रणजीत यादव को एक युवक सुनसान रास्ते पर पैदल जाते देखा। उस वक्त वो बाइक से कहीं जा रहे थे। उन्होंने देखा कि युवक अयोध्या के भेलसर से रुदौली की तरफ पीठ पर बैग टांग कर पैदल चला जा रहा था। इस पर रणजीत यादव ने बाइक रोककर पूछा कि कहां जा रहे हो। इस पर युवक ने कहा कि मेरा नाम अविरल है मैं लखनऊ में मेडिकल की पढ़ाई कर रहा है। मुहर्रम की छुट्टी हो गई थी, इसलिए अपने घर रुदौली जा रहा हूं। इस तरफ कोई साधन नहीं मिलते हैं। इसलिए पैदल ही जा रहा हूं।
ये सुनकर रणजीत यादव ने युवक को अपना परिचय देते हुए कहा कि मैं आपके इलाके का नया चौकी इंचार्ज हूं, आइए आपको घर तक छोड़ दूं। फिर दारोगा ने अविरल को लिफ्ट दी और रुदौली स्थित उसके घर तक छोड़ा। इस दौरान दारोगा युवक से बात भी करते रहे। घर पहुंचने पर दारोगा को युवक की मां और परिवार के अन्य सदस्यों ने आशीर्वाद दिया। युवक अविरल की मां अलका अग्रवाल ने तो ट्विटर पर इस घटना को शेयर भी किया है। वह लिखती हैं कि मेरे बेटे को घर तक पहुंचाने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। अविरल ने भी दारोगा रणजीत यादव को ट्वीट कर धन्यवाद दिया है। इसके जवाब में रणजीत यादव ने भी ट्वीट कर कहा कि मैं आपकी मदद करके खुश हूं।
यूपी पुलिस ने भी किया ट्वीट
बता दें कि यूपी पुलिस ने दारोगा की सराहना में ट्वीट करते हुए लिखा कि लखनऊ रूदौली मार्ग
एसआई रणजीत- कहाँ जाओगे, पैदल कहाँ जा रहे हो?
छात्र- सर, मैं लखनऊ में मेडिकल कालेज का स्टूडेंट हूँ।कोई सवारी नहीं मिलने के कारण पैदल जा रहा हूँ।
एसआई-आओ मेरे साथ बैठ जाओ।
मैं आपके क्षेत्र रुदौली के नयागंज पुलिस चौकी का इंचार्ज हूँ।
छात्र-थैंक यू सर
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )