इंदौर मामले में बड़ा खुलासा, गोलू उर्फ तस्लीम ने नाबालिग बच्ची से की थी छेड़छाड़ तभी आक्रोशित हो गए लोग, हिंदू नाम से 3 फर्जी वोटर आइडी बरामद, PFI लिंक भी आया सामने

मध्य प्रदेश के इंदौर (Indore) के बाणगंगा इलाके (Banganga) में चूड़ी बेचने वाले हरदोई के युवक गोलू पुत्र मोहन सिंह उर्फ तस्लीम अली से पिटाई मामले में बड़ा खुलासा सामने आया है. जानकारी के मुताबिक युवक के पास तीन फर्जी वोटर आईडी बरामद हुई हैं, जिसे उसने हिंदू नाम से बनवा रखा था. पुलिस ने उसके पास तीन फर्जी वोटर आइडी कार्ड मिलने पर दर्ज किया है, दूसरा उसने नाबालिग से छेड़छाड़ की थी, जिस पर पॉक्सो एक्ट (POCSO Act) के तहत मामला दर्ज किया गया है. उधर उसके साथ पिटाई करने वाले तीन आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया है.


पुलिस को मिले तस्लीम के पास से एक पहचान पत्र में तस्लीम नाम लिखा हुआ था, तो वहीं दूसरे पहचान पत्र में अस्लीम नाम लिखा हुआ था. वही एक तीसरा आईडी कार्ड भी उसके पास मिला जिसमें उसके पिता का नाम गोलू पिता मोहन सिंह लिखा हुआ था. जो तीसरा पहचान पत्र उसके पास मिला वो जला हुआ था इसके बाद इस पूरे मामले में वहां पर मौजूद लोगों ने उसकी पिटाई कर दी और जब सोशल मीडिया पर उसके वीडियो वायरल हुए तो मामले ने तूल पकड़ लिया. पुलिस ने काफी बारीकी से जांच पड़ताल करते हुए मारपीट करने वाले 6 लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया तो वही तीन लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया है. कुछ लोगों की अभी भी तलाश की जा रही है.


नाबालिग बच्ची से छेड़छाड़, फर्जी वोट आइडी के अलावा इस मामले में पीएफआई लिंक भी सामने आया है. इंदौर के कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा है कि बाणगंगा थाना क्षेत्र में चूड़ी वाले से मारपीट की घटना सामने आने के बाद सेंट्रल कोतवाली थाने पर हुए प्रदर्शन में पीएफआई का हाथ होने की बात सामने आई है. कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा है कि मामला तूल न पकड़े इसलिए हम शांति बनाकर रख रहे हैं. उन्‍होंने कहा कि कल की घटना में प्रदर्शन आपत्ति जनक था. उन्‍होंने कहा कि, कोतवाली पर प्रदर्शन की घटना एसडीपीआई और पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI)के लोगों का हाथ होने की बात सामने आयी है. इंटलीजेंस यूनिट एसडीपीआई और पीएफआई पर नज़र रख रही है. कलेक्‍टर ने चेतावनी देते हुए कहा कि जो भी माहौल बिगाड़ने का काम कर रहा है उस पर सख्त कार्रवाई होगी.


PFI के 35 लोगों के खिलाफ केस दर्ज

जब इस मामले की सूचना तस्लीम से जुड़े हुए लोगों को लगी तो उन्होंने देर रात सेंट्रल कोतवाली थाने का घेराव कर दिया. काफी तादाद में सेंट्रल कोतवाली थाने पर कई संदिग्ध संगठनों के लोग पहुंचे. इस पूरे घेराव में एसडीपीआई पीएफआई से जुड़े हुए लोग भी थे उन्होंने पूरी घटना को लेकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया. इस पूरी घटना को लेकर इंदौर कलेक्टर ने कहा कि इस पूरे मामले को लेकर दोनों संगठनों के कर्ताधर्ताओ के ऊपर इंटेलिजेंस की नजर रखी जा रही है. वही जो माहौल बिगड़ा है उन लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात भी कही गई है. इस पूरे मामले के सामने आने के बाद पुलिस ने घेराव करने वाले तकरीबन 35 लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है और पूरे मामले की काफी बारीकी से जांच पड़ताल भी की जा रही है.


गृह मंत्री बोले- मामले को सांप्रदायिक रंग देना ठीक नहीं

भाजपा के दिग्‍गज नेता और प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पकड़े गए युवक को लेकर बड़ी बात कही है. उन्‍होंने कहा कि उसके पास तीन अलग-अलग नाम के पहचान पत्र मिले हैं. सिर्फ नाम ही नहीं बल्कि पिता के नाम भी तीनों पहचान पत्र में अलग-अलग दर्ज हैं. इसलिए ये मामला संदिग्ध लग रहा है. प्रदेश में जब राखी का त्यौहार मनाया जा रहा था और ऐसे में चूड़ी बेचने के नाम पर छेड़छाड़ का मामला सामने आया है. युवक के खिलाफ छेड़छाड़ की शिकायत भी थाने में दर्ज हुई है. पुलिस पूरे मामले में पड़ताल कर रही है. पूरे मामले को सांप्रदायिक रंग देना ठीक नहीं है. मारपीट करने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है उनकी भी गिरफ्तारी की गई है. कांग्रेस इस मामले में घटना को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश में जुटी है.


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