उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में एक दारोगा की पैसों की डिमांड से परेशान होकर व्यक्ति ने एंटी करप्शन विभाग से शिकायत कर दी। जिसके बाद दारोगा को रंगेहाथ पकड़ने के लिए एंटी करप्शन की टीम ने जाल बिछाया। जिसमें सिगरा थाना क्षेत्र की सोनिया चौकी के प्रभारी दारोगा महेश सिंह को एंटी करप्शन की टीम ने रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ लिया।
मुकदमा दर्ज करने के लिए मांगी थी 5000 की रिश्वत
मिली जानकारी के मुताबिक, दारोगा महेश सिंह सिगरा थाना क्षेत्र की सोनिया चौकी प्रभारी के पद पर तैनात हैं। सूत्रों का कहना है कि कबीरचौरा थाना क्षेत्र के जालपादेवी निवासी राजकुमार गुप्ता ने कोर्ट में मुकदमा दर्ज कराने के लिए सोनिया चौकी में आवदेन किया था, जिसकी जांच दारोगा महेश सिंह को मिली थी।
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लेकिन दारोगा महेश सिंह मुकदमा दर्ज करने के लिए राजकुमार गुप्ता से रिश्वत देने का दबाव बना रहे थे। ऐसे में दारोगा से परेशान होकर राजकुमार गुप्ता ने दारोगा महेश सिंह की शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरो में कर दी। इसके बाद एंटी करप्शन की ट्रैप टीम ने दारोगा को रंगेहाथ पकड़ने के लिए प्लान बनाया।
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प्लान के मुताबिक, शनिवार की दोपहर में राजकुमार गुप्ता 500 रुपए की दस नोट लेकर दारोगा महेश सिंह के पास पहुंचे। इसके बाद राजकुमार गुप्ता ने दारोगा को जैसे ही 5000 रुपए थमाए, उतने में एंटी करप्शन की टीम ने महेश सिंह को रिश्वत लेते रंगेहांथ पकड़ लिया। इसके बाद एंटी करप्शन की टीम दारोगा को पकड़कर कैंट थाने ले आई। यहां दारोगा महेश सिंह पर मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
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