सुल्तानपुर: भगोड़े इंस्पेक्टर नीशू तोमर को बड़ी राहत, महिला सिपाही से रेप के आरोप में मिली क्लीन चिट

उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर (Sultanpur) जनपद में भगोड़े इंस्पेक्टर नीशू तोमर (Inspector Nishu Tomar) के चर्चित महिला आरक्षी से रेप के मामले में डेढ़ साल की विवेचना के बाद पुलिस ने 2000 पेज की चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की है। विवेचना में इंस्पेक्टर नीशू तोमर पर महिला सिपाही की ओर से लगे रेप के आरोप को पुलिस ने सत्य नहीं माना है। उस पर सिर्फ महिला सिपाही से गाली-गलौज व धमकाने के मामले ही आरोप पत्र दाखिल किया गया है। वहीं, पीड़िता ने इसको लेकर आपत्ति जताई है। ऐसे में अब अगली सुनवाई 16 मार्च को होगी।

महिला सिपाही ने दर्ज कराया था मुकदमा

दरअसल, जिले में तैनात एक महिला सिपाही ने इंस्पेक्टर नीशू तोमर के खिलाफ 14 जुलाई 2022 को नगर कोतवाली में रेप समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप है कि हलियापुर थाने में दोनों की तैनाती के दौरान इंस्पेक्टर ने उसके साथ रेप किया था। महिला सिपाही ने इंस्पेक्टर पर आपत्तिजनक फोटो-वीडियो बनाकर वायरल करने की धमकी देने का भी आरोप लगाया था।

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इसके बाद आरोपी इंस्पेक्टर को 22 सितंबर 2022 को दीवानी कोर्ट के पास से हिरासत में लिया गया था। उसे पुलिस महिला थाने लगे गई थी, जहां से वह फरार हो गया था। हालांकि, तत्कालीन पुलिस अफसरों ने उसे फरार न बताकर खुद छोड़ने की बात कही थी। तभी से नीशू तोमर फरार चल रहा है।

आरोपपत्र में इंस्पेक्टर को दी गई क्लीनचिट

इस मामले की पूरी विवेचना पूर्व सीओ सिटी राघवेंद्र चतुर्वेदी ने की थी। उन्होंने जो विवेचना की थी, उसमें भी नीशू को दुष्कर्म का आरोपी नहीं बताया था, लेकिन कुछ तकनीकी कारणों के वहज से कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल नहीं हो सका था। इसके बाद नए विवेचक सीओ शिवम मिश्र ने विवेचना के बिंदुओं में कुछ सुधार करते हुए 19 फरवरी को सीजेएम कोर्ट में आरोपपत्र दाखिल कर दिए। आरोप पत्र में उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के कुछ आदेशों का हवाला देते हुए यह पीड़िता और आरोपी के बीच सहमति से शारीरिक संबंध बनने, दोनों के बालिग होने और दोनों को कानून का जानकार बताते हुए दुष्कर्म के आरोप से क्लीनचिट दे दी है।

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महिला सिपाही के अधिवक्ता को चार्जशीट पर आपत्ति

वहीं, पीड़िता के अधिवक्ता संतोष पांडेय ने सीजेएम कोर्ट में अर्जी देकर चार्जशीट पर आपत्ति दाखिल करने के लिए मौका मांगा है। इस पर 16 मार्च को सुनवाई होगी। बता दें कि इंस्पेक्टर नीशू तोमर केस दर्ज होने के बाद से फरार है। ऐसे में तत्कालीन डीआईजी ने उस पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था, जिसे 17 दिसंबर 2022 को बढ़ाकर 50 हजार रुपए कर दिया गया था। चार्जशीट दाखिल होने के बाद अब इनाम की घोषणा भी वापस लेने की तैयारी है। इसके लिए पुलिस अफसरों ने पत्र भी भेज दिया है। हालांकि, एसपी सोमने बर्मा का कहना है कि इस बारे में कोर्ट की अगली सुनवाई के दौरान स्पष्ट किया जाएगा।

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