उत्तर प्रदेश में मंगलवार यानी आज से गैर मान्यता प्राप्त मदरसों का सर्वेक्षण (Survey of Madrasas) शुरू हो रहा है। योगी सरकार (Yogi Government) ने स्पष्ट कर दिया है कि किन बिंदुओं पर मदरसों का सर्वे किया जाएगा। सरकार की ओर से जारी फॉर्मेट में सर्वे के 12 प्वाइंट्स तय किए गए हैं। फॉर्मेट के अनुसार, सर्वे में यह देखा जाएगा कि गैर मान्यता प्राप्त मदरसों की गर्वनिंग कैसे होती हैं? यहां पैसा कहां से आता है? पाठ्यक्रम क्या है?
प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री दानिश अंसारी ने बताया कि सरकार का मकसद मदरसों को मुख्यधारा में लाना है। शिक्षा के आधुनिक तरीकों से जोड़ने की अगर कवायद चल रही है तो इसमें किसी को परेशानी क्या हो सकती है? दरअसल, एआईएमआईएण चीफ ओवैसी, समाजवादी पार्टी व अन्य विपक्षी दलों ने के साथ ही मुस्लिम संगठनों ने मदरसों के सर्वे पर विरोध जताया है। हालांकि, विरोध के बाद भी आज से मदरसों का सर्वे शुरू हो जाएगा।
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इन प्वाइंट्स पर होगा मदरसों का सर्वे
- मदरसे का नाम भरा जाएगा
- मदरसे को संचालित करने वाली संस्था का नाम
- मदरसा के स्थापना वर्ष का विवरण
- मदरसों की अवस्थिति का पूरा विवरण, यानी मदरसा निजी भवन में चल रहा है या किराए के भवन में
- क्या मदरसे का भवन छात्र-छात्राओं के लिए उपयुक्त है? छात्रों को क्या-क्या सुविधाएं मिल रही हैं?
- मदरसे में पढ़ रहे छात्र- छात्राओं की कुल संख्या के बारे में जानकारी।
- मदरसे में कुल शिक्षकों की संख्या क्या है?
- मदरसे में लागू पाठ्यक्रम क्या है? मतलब, किस पाठ्यक्रम के आधार पर बच्चों को शिक्षा दी जा रही है
- मदरसे की आय का स्रोत क्या है?
- क्या इन मदरसों में पढ़ रहे छात्र-छात्राएं किसी और शिक्षण संस्थान स्कूल में नामांकित हैं?
- क्या किसी गैर सरकारी संस्था या समूह से मदरसे की संबद्ध है? अगर हां तो इस संबंध में पूरा विवरण
- इसमें सर्वेयर तमाम बिंदुओं पर मदरसा संचालकों की ओर से उपलब्ध कराई गई जानकारी पर अपनी टिप्पणी लिखेंगे