मुकेश कुमार संवाददाता गोरखपुर। धर्म और आध्यात्मिकता से जुड़ी फिल्मों का शानदार संगम गोरक्षनगरी में देखने को मिलेगा। 20 मार्च से 22 मार्च तक आयोजित होने वाले इस विशेष फिल्म महोत्सव में दुनिया भर की 50 लघु और फीचर फिल्मों का प्रदर्शन किया जाएगा। यह देश का पहला धार्मिक और आध्यात्मिक फिल्म महोत्सव होगा, जिसका आयोजन योगिराज बाबा गंभीर नाथ प्रेक्षागृह में किया जाएगा।
प्रदेश सरकार और आईआईएमसी मिलकर कर रहे आयोजन
उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग के सहयोग से आयोजित इस महोत्सव की जिम्मेदारी मुंबई की इंडियन इंफोटेनमेंट मीडिया कॉर्पोरेशन (आईआईएमसी) को सौंपी गई है। महोत्सव में दुनियाभर से फिल्मों के आवेदन मंगाए गए हैं, जिसकी अंतिम तिथि 2 मार्च निर्धारित की गई है। अब तक 100 से अधिक फिल्मों के आवेदन मिल चुके हैं और स्क्रीनिंग प्रक्रिया जारी है।
फिल्मों का चयन और महोत्सव का शेड्यूल
महोत्सव के लिए 5 मार्च तक 50 फिल्मों का अंतिम चयन किया जाएगा। कार्यक्रम की शुरुआत 20 मार्च को एक प्रसिद्ध फिल्म के प्रदर्शन से होगी। 21 मार्च को कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा, जिसमें फिल्म निर्माण से जुड़े दिग्गजों को आमंत्रित करने की योजना है। इसके लिए बॉलीवुड के मशहूर निर्देशक शेखर कपूर और विकास बहल से वार्ता चल रही है। इस कार्यशाला में युवाओं को अभिनय और फिल्म निर्माण की बारीकियों से अवगत कराया जाएगा।
समापन समारोह और मुख्यमंत्री की संभावित उपस्थिति
महोत्सव का समापन 22 मार्च को पुरस्कार वितरण समारोह के साथ होगा। आयोजन समिति ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से कार्यक्रम में शामिल होने का अनुरोध किया है। उनके समयानुसार कार्यक्रम में परिवर्तन संभव है।
यह महोत्सव आध्यात्मिकता और सिनेमा के संगम का अद्भुत अवसर होगा, जिसमें धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत को सिनेमा के माध्यम से देखने और समझने का मौका मिलेगा।
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