The Lucknow Chaupal: यूपी चुनाव पर सबसे बड़ी ‘चौपाल’, देखिए भूपेंद्र चौबे के साथ

उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए सियासी बिगुल बज चुका है. सभी दल वोटर्स को अपने पाले में लाने की कवायद में जुट गए हैं. देश के सबसे बड़े सूबे की सियासी लड़ाई का आखाड़ा राजधानी लखनऊ बनने जा रही है. इसी बीच यूपी में सियासी समीकरणों पर चर्चा पर करने के लिए India Ahead के Editor In Chief भूपेंद्र चौबे (Bhupendra Chaubey) नवाबों की नगरी लखनऊ पहुंचे और तमाम मुद्दों पर चर्चा की. उन्होंने रूलिंग पार्टी से लखीमपुर, हाथरस, गोरखपुर, उन्नाव ऑक्सीजन की कमी से मौत के मुद्दे पर सवाल किए तो वहीं विपक्ष से भी गठबंधन से लेकर तमाम सवाल किए. कार्यक्रेम से BJP से राकेश त्रिपाठी, SP से वरुण शुक्ला, BSP से फैज़ान खान, कांग्रेस से सुरेंद्र राजपूत और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी से पियूष मिश्रा मौजूद रहे.

सबसे पहला सवाल SBSP के पीयूष मिश्रा से ही पूछा गया. Editor In Chief भूपेंद्र चौबे (Bhupendra Chaubey) ने पीयूष मिश्रा से क्षेत्रीय पार्टी के आगामी चुनावों में रसूल को लेकर स्थिति पूछी। जवाब में पीयूष मिश्रा ने कहा कि आज देश की सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी भी एक समय में 2 सांसदों की पार्टी थी और धीरे-धीरे बीजेपी ने अपना वर्चस्व इतना बढ़ा लिया कि आज बीजेपी देश ही नहीं बल्कि दुनिया में सबसे बड़ी पार्टी बन गई है. पीयूष मिश्रा ने अपने और समाजवादी पार्टी के गठबंधन को मजबूत बताते हुए कहा कि 2022 चुनवों में बीजपी ने जो कुछ 2017 में हासिल किया था वो सब खो देगी और यूपी में जीत समाजवादी पार्टी और SBSP की होगी.

नोटबंदी और GST को लेकर बीजेपी को घेरा 

वहीं शख्सियत के सवाल पर कांग्रेस से सुरेंद्र राजपूत ने कहा कि 2022 का चुनाव राजनीतिक शख्शियतों के साथ-साथ असलियत के मुद्दों पर होगा. उन्होंने जवाब में प्रियंका गांधी के उस फैसले का जिक्र किया जिसमें प्रियंका ने चुनावों में महिलाओं को 40% हिस्सेदारी का वादा किया है. साथ ही उन्होंने कहा कि जो प्रियंका गांधी ने जनता से वादे किए हैं वो सभी टर्निंग पॉइंट होंगे और यूपी में कांग्रेस की जीत पक्की होगी. सुरेंद्र राजपूत ने बीजेपी पर नोटबंदी और GST को लेकर हमला बोला और वादाखिलाफी का आरोप लगाया.

योगी ने यूपी से खत्म किया गुंडाराज: बीजेपी

बीजेपी से सवाल पूछा गया कि कांग्रेस का कहना है कि ये चुनाव होंगे सजा देने के लिए, जनता बीजेपी को सजा देगी. इसपर राकेश त्रिपाठी ने कहा कि “कांग्रेस तो 32 साल से सजा भोग रही है, कांग्रेस ने 27 साल यूपी बेहाल का नारा दिया था और जिसको बेहाल करने का कसूरवार बना रहे थे उसी के साथ गठबंधन कर लिया 2017 में लेकिन यूपी की जनता ने 2 युवाओं का साथ पूरी तरह नकार दिया था.” राकेश त्रिपाठी ने बीजेपी की तारीफ करते हुए बताया कि किस तरह नरेंद्र मोदी और योगी ने यूपी से गुंडा राज खत्म किया. हालांकि इस पर Editor In Chief भूपेंद्र चौबे ने बीजेपी के प्रवक्ता को कासगंज, लखीमपुर कांड की याद दिला दी.

बीएसपी सर्वसमाज को लेकर उतरेगी मैदान में उतरेगी

BSP के फैज़ान खान से सवाल पूछा गया कि क्या यूपी में सही में कानून व्यवस्था पूरी तरह मजबूत है. इसपर फैज़ान खान ने कहा कि “BSP इस चुनाव में सर्व समाज को आगे लेकर उतर रही है नाकि कानून व्यवस्था को लेकर और यही कारण है कि BSP ने किसी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं किया.” उन्होंने BJP और SP पर चुनावों को हिन्दू मुस्लिम के मुद्दे पर घसीटने का आरोप लगाया.

बीजेपी को समर्थन के सवाल का बीएसपी प्रवक्ता ने नहीं दिया जवाब

मायावती बीजेपी की बेटी है वाली धारणा को लेकर BSP प्रवक्ता ने कहा कि BSP SP और BJP से हटकर मुद्दों पर चुनाव लड़ रही है. उन्होंने इस बात पर जवाब नहीं दिया कि अगर BJP को समर्थन की जरुआत पड़ी तो क्या मायावती BJP का साथ देंगी? इस बयान पर बीजपी के प्रवक्ता मायावती पर खूब बरसे और मायावती को चुनाव आयोग की कार्रवाई की याद दिला दी. राकेश त्रिपाठी ने चुनावों का ध्रुवीकरण करने का गंभीर आरोप विपक्षी पार्टियों पर लगाया है.

सपा ने योगीराज में कानून व्यवस्था पर उठाए सवाल

जब समाजवादी पार्टी से कानून व्यवस्था को लेकर सवाल पूछा गया कि क्या अखिलेश राज में बेहतर कानून व्यवस्था थी तो इसपर वरुण शुक्ला ने NCRB की रिपोर्ट के हवाले से दी जानकारी का जिक्र करते हुए बीजेपी की कानून व्यवस्था पर वार किया. उन्होंने बीजेपी को कानून व्यवस्था के साथ-साथ महंगाई पर फेल बताया. इस कार्यक्रम में SP के वरुण शुक्ला ने अब्बाजान शब्द का जिक्र किया, जिस शब्द पर हाल के दिनों में यूपी की राजनीति काफी उबाल पर थी. उन्होंने कहा कि यूपी की जनता जानती है कि कौन चुनावों में ध्रुवीकरण कर रहा है.

जिन्ना पर सियासत का उठा मुद्दा 

कार्यक्रम में राजभर के उस बयान को सुनाया गया जिसमें राजभर ने कहा कि अगर जिन्ना को देश का पहला प्रधानमंत्री बना दिया जाता तो देश का विभाजन नहीं होता. इस बयान को लेकर Editor In Chief भूपेंद्र चौबे ने सीधा राजनीतिक पार्टियों से पूछा कि जनता से जुड़े मुद्दों से हटकर क्यों बाहर के मुद्दों पर पार्टियां चुनाव लड़ रही हैं. ऐसे में बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि जनता से जुड़े मुद्दों को दरकिनार नहीं किया जा सकता. उन्होंने अखिलेश यादव पर जिन्ना वाले बयान पर लताड़ लगाई और एक खास वोट बैंक को अपने पक्ष में लाने का आरोप लगाया.

पेट्रोल-डीजल के दाम पर छिड़ी बहस

कांग्रेस के प्रवक्ता ने दावा किया है कि यूपी का आगामी चुनाव जिन्ना, अब्बाजान और कब्रिस्तान पर नहीं महंगाई पर होगा, रोजगार पर होगा. चर्चा के दौरान कांग्रेस ने बीजेपी पर पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों को लेकर हमला बोला तो बीजेपी के प्रवक्ता ने कांग्रेस से उल्टा सवाल पूछ लिया कि किन कांग्रेस शासित राज्यों ने राज्य कर कम नहीं किया.

Also Read: लखनऊ: सचिवालय में महिलाकर्मी से अश्लील हरकत करता अनुसचिव कैमरे में कैद, यूपी पुलिस ने भेजा जेल

( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )