गोरखपुर 23 दिसंबर 2025 – उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में एक मासूम बच्ची की जिद और बड़े सपने ने सभी का दिल जीत लिया है। यूकेजी में पढ़ने वाली 6 साल की जिज्ञासा ने स्कूल बंक करके सीधे जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर डीएम दीपक मीणा से मिलने की जिद ठान ली। बच्ची ने बेझिझक कहा, “सर, मुझे आप जैसा डीएम बनना है। मुझे आईएएस बनना है।”यह दिल छूने वाली मुलाकात का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। लोग बच्ची की मासूमियत, आत्मविश्वास और हौसले की खूब तारीफ कर रहे हैं।
घटना की पूरी कहानी
घटना 22 दिसंबर 2025 की है। कड़कड़ाती ठंड में जिज्ञासा अपने पिता धर्मेश (जो होम्योपैथ डॉक्टर हैं) के साथ कलेक्ट्रेट पहुंची। बच्ची का स्कूल बैग कंधे पर था, लेकिन वह स्कूल जाने की बजाय डीएम से मिलने पर अड़ी थी। स्कूल में टीचर ने बच्चों को बताया था कि आईएएस या डीएम बनने के लिए मेहनत और नियमित पढ़ाई जरूरी है। यही बात जिज्ञासा के दिल में उतर गई। घर आकर उसने पिता से डीएम से मिलने की जिद की।
पिता ने बेटी के सपने का साथ दिया और उसे सीधे कलेक्ट्रेट ले आए। गेट पर बच्ची ने कर्मचारियों से कहा, “मुझे डीएम अंकल से मिलना है।” कर्मचारी हैरान रह गए, लेकिन मामला डीएम दीपक मीणा तक पहुंचा। डीएम ने बच्ची को अपने कमरे में बुलाया। वीडियो में जिज्ञासा बेखौफ होकर कहती है, “मुझे आप जैसा डीएम बनना है।”
डीएम दीपक मीणा ने मुस्कुराते हुए बच्ची से बात की पूछा: “तुम रोज स्कूल जाती हो?” बच्ची ने बताया कि आज स्कूल नहीं गई। डीएम ने स्नेह से समझाया: “मेरे जैसा बनना है तो रोज स्कूल जाओ, मेहनत से पढ़ाई करो, माता-पिता की बात मानो। तब तुम जरूर डीएम बन जाओगी।”
डीएम ने बच्ची का हौसला बढ़ाया, दुलारा और उसके साथ सेल्फी भी ली। यह पल कैद हो गया और वायरल हो रहा है।
जिज्ञासा के पिता धर्मेश ने बताया कि बच्ची टीवी पर आईएएस-डीएम देखकर हमेशा कहती है कि मुझे भी यही बनना है। परिवार में पूरा सपोर्ट है।डीएम दीपक मीणा के बारे मेंगोरखपुर के मौजूदा डीएम दीपक मीणा 2011 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। वे आईआईटी खड़गपुर से बीटेक हैं और मेहनत की जीती-जागती मिसाल। उनकी सलाह हर बच्चे के लिए प्रेरणा है: नियमित पढ़ाई, अनुशासन और सपनों पर विश्वास।आज के दौर में जब बच्चे मोबाइल-गेम्स में डूबे रहते हैं, जिज्ञासा जैसी मासूम का बड़ा सपना देखना मन को खुश कर देता है। यह दिखाता है कि सही मार्गदर्शन और परिवार का सपोर्ट कितना जरूरी है। ऐसे बच्चे ही कल देश के मजबूत अफसर बनेंगे।
रिपोर्ट : मुकेश कुमार, ब्यूरो प्रमुख पूर्वांचल

















































