मुकेश कुमार, संवाददाता गोरखपुर। विकसित भारत यूथ पार्लियामेंट के तहत नोडल स्तर से चयनित दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने राज्य विधानसभाओं में अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज कराई। इन विद्यार्थियों ने न केवल अपने विचारों को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया, बल्कि अपने विवेकपूर्ण तर्कों और विश्लेषण से सदन में मौजूद लोगों को भी प्रभावित किया।
संविधान के 75 वर्षों पर गोरखपुर विश्वविद्यालय का योगदान
ललित कला विभाग के शोधार्थी अभिषेक श्रीवास्तव ने गोरखपुर नोडल से प्रथम स्थान प्राप्त किया और उत्तर प्रदेश विधानसभा में संविधान के 75 वर्षों पर अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने भारतीय लोकतंत्र की यात्रा, संविधान की प्रासंगिकता और भविष्य की चुनौतियों पर विस्तृत चर्चा करते हुए कहा कि ” मूल अधिकारों से पूर्व हमें मूल कर्तव्यों का निष्ठा पूर्वक निर्वहन करना होगा” उनके भाषण को मंत्री,विधायकों और अधिकारियों ने सराहा।
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बीए द्वितीय वर्ष के छात्र सिद्धेश्वर ओझा ने बलिया नोडल से अपनी बात रखते हुए सामाजिक विकास में युवाओं की भूमिका और उनकी जिम्मेदारियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने अपने प्रभावी वक्तव्य से यह सिद्ध किया कि नई पीढ़ी देश की प्रगति में एक महत्वपूर्ण कड़ी है।
वहीं, एलएलबी तृतीय वर्ष के छात्र प्रकाश पाण्डेय ने बिहार विधानसभा, पटना में अपने धाराप्रवाह वक्तव्य से सभी को प्रभावित किया। उन्होंने कानूनी सुधारों, न्यायिक प्रक्रियाओं में पारदर्शिता और संविधान के प्रभावी क्रियान्वयन पर अपनी बात रखी। उनके विचारों को विधायकों और विशेषज्ञों ने खूब सराहा।
गोरखपुर विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों की इस शानदार उपलब्धि पर माननीय कुलपति ने उन्हें बधाई दी और भविष्य में ऐसे मंचों पर और अधिक सफलता पाने की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय को अपने विद्यार्थियों की इस उपलब्धि पर गर्व है और यह उनकी मेहनत और समर्पण का प्रमाण है।
यह उपलब्धि न केवल गोरखपुर विश्वविद्यालय के लिए बल्कि संपूर्ण पूर्वांचल क्षेत्र के लिए गर्व की बात है, जो शिक्षा और नेतृत्व के क्षेत्र में युवाओं की उन्नति को दर्शाती है।
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