ऑल इंडिया मुस्लिम जमात (All India Muslim Jamaat) के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी (Maulana Shahabuddin Razvi Barelvi) ने समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) पर एक बार फिर तीखा हमला बोला है। मंगलवार को एक बयान में मौलाना ने कहा कि सपा सरकार के दौरान राज्य में अराजकता का माहौल था और गुंडागर्दी चरम पर थी। उन्होंने दावा किया कि उस समय महिलाएं शाम के बाद अकेले बाहर निकलने से डरती थीं, जबकि आज की सरकार में महिलाएं रात एक बजे भी निडर होकर बाहर घूम सकती हैं।
कानून का राज
मौलाना शहाबुद्दीन ने कहा कि मौजूदा सरकार में कानून सबसे ऊपर है और अब कोई भी प्रभावशाली व्यक्ति किसी गरीब पर अत्याचार करने की हिम्मत नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि पहले के मुकाबले अब कानून व्यवस्था में भारी सुधार हुआ है। सपा राज में पार्टी कार्यकर्ता खुलेआम कहते थे कि “कानून हमारी जेब में है”, लेकिन अब ऐसी स्थिति पूरी तरह बदल चुकी है।
त्योहारों पर नहीं हुआ कोई दंगा: मौलाना
मौलाना ने कहा कि बीते वर्षों में सभी धर्मों के पर्व शांति और सौहार्द के साथ मनाए गए। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि कांवड़ यात्रा, मोहर्रम और ईद मिलाद-उन-नबी जैसे आयोजनों के दौरान कोई हिंसा या सांप्रदायिक तनाव नहीं हुआ। उन्होंने समाजवादी पार्टी की पूर्व सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि उस दौर में हर महीने दंगे होते थे और कर्फ्यू लगाना आम बात थी। मुजफ्फरनगर दंगे को याद करते हुए उन्होंने कहा कि पिछले आठ वर्षों में ऐसी कोई स्थिति उत्पन्न नहीं हुई।
‘सपा में पर्दे के पीछे थे असली मुख्यमंत्री’
अंत में मौलाना ने कहा कि अखिलेश यादव अब आठ साल से कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं, जबकि उन्हें अपने शासनकाल की विफलताओं पर आत्ममंथन करना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि सपा सरकार में अखिलेश केवल नाम के मुख्यमंत्री थे और पर्दे के पीछे तीन अन्य लोग राज्य को चला रहे थे। लेकिन मौजूदा सरकार में प्रशासनिक नियंत्रण और कानून व्यवस्था पूरी तरह दुरुस्त है।




















































