पश्चिम बंगाल में नंदीग्राम आंदोलन का चेहरा रहे शुभेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) शनिवार को 9 विधायकों और तृणमूल कांग्रेस के एक सांसद के साथ भाजपा में शामिल हो गए. ममता बनर्जी की पार्टी की छिन रही सियासी जमीन को लेकर अब टीएमसी की खीज देखने को मिल रही है. शनिवार को टीएमसी (TMC) छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए सांसद सुनील मंडल (Sunil Mandal) कोलकाता के हेस्टिंग्स स्थित पार्टी भाजपा के दफ्तर जा रहे थे, वहीं इस दौरान सत्ताधारी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उनपर हमला कर दिया.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पार्टी दफ्तर जा रहे मंडल पर पत्थरबाजी हुई. भाजपा में शामिल होने का विरोध करने उतरे टीएमसी कार्यकर्ताओं का प्रोटेस्ट हिंसक प्रदर्शन में बदल गया. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. बीजेपी के युवा नेता, सोशल मीडिया के पश्चिम बंगाल किसान मोर्चा के राज्य संयोजक अक्षय सिंह (Akshay Singh) ने यह वीडियो शेयर किया है.
भाजपा सांसद अर्जुन सिंह ने बताया कि एक कार्यक्रम में भाग ले रहे कुछ तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनकी कार रोकी. वे उन्हें दफ्तर जाने से रोकने के लिए सड़क पर बैठ गए. उन्होंने मंडल की कार पर पत्थर भी चलाए. उन्होंने कहा कि इसके बाद तृणमूल कार्यकर्ताओं और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई. एक वरिष्ठ अधिकारी ने मीडिया को बताया कि पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति संभाली जिसके बाद मंडल को की कार वहां से निकल सकी. वहीं इस घटना की शिकायत भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव एवं प्रदेश प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने अमित शाह से की है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस पर रिपोर्ट मांगी है.
शुभेंदु बोले- टीएमसी में नहीं है कोई अनुशासित
शुभेंदु अधिकारी ने तृणमूल कांग्रेस से भाजपा (BJP) में शामिल होने वाले नेताओं के स्वागत समारोह में कहा कि भाजपा दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी है और देश सेवा के लिए समर्पित है, जबकि तृणमूल कांग्रेस में कोई अनुशासन नहीं है. उन्होंने कहा, ‘हम मिलकर काम करेंगे ताकि राज्य में भाजपा सत्ता में आए और पश्चिम बंगाल ‘सोनार बांग्ला’ में बदल जाए. पश्चिम बंगाल को सक्षम नेता नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के हाथों में सौंपना होगा.’
शर्म आती है कि उस पार्टी के साथ 21 साल तक जुड़ा रहा
शनिवार को उन्होंने टीएमसी पर जमकर निशाना साधा है. अधिकारी यहां बीजेपी कार्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा ‘जिस राजनीतिक पार्टी के साथ मैं पहले जुड़ा था, उसमें कोई अनुशासन नहीं है. वह पार्टी से एक कंपनी में बदल गई है.’ उन्होंने कहा मुझे शर्म आती है कि उस पार्टी के साथ 21 साल तक जुड़ा रहा.
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