लोकसभा चुनाव के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल में प्रस्तावित आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों में युद्ध स्तर पर जुट गयी. बीजेपी और आरएसएस ने मिलकर जिस तरह से आम चुनाव में ममता की सियासी जमीन में सेंधमारी की है, उससे टीएमसी में खतरे की घंटी बज चुकी है, जिसे देखते हुए ममता बनर्जी ने आरएसएस के मुकाबले के लिए दो संगठन तैयार करने का निर्देश दिया है.
इन संगठनों के नाम ‘जय हिंद वाहिनी’ और ‘बंग जननी वाहिनी’ रखे गये हैं. टीएमसी प्रमुख ने पार्टी की विस्तारित कोर कमिटी की एक बैठक की है. उन्होंने अपने भाई कार्तिक बनर्जी और राज्य के मंत्री ब्रात्य बसु को पार्टी के संगठन ‘जय हिंद वाहिनी’का क्रमश: प्रमुख और चेयरमैन नियुक्त किया है. तृणमूल कांग्रेस सांसद काकोली घोष दस्तीदार को ‘बंग जननी वाहिनी’का चेयरमैन निुयक्त किया गया है.
कहा जा रहा है कि बंगाल में में आरएसएस का मुकाबला करने के लिए गुरुवार को इन दोनों संगठनों की घोषणा की. तृणमूल के एक नेता ने बताया, “ममता ने कहा कि बंगाल के लोग गद्दारों को नहीं छोड़ेंगे, उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा”
टीएमसी नेता ने कहा कि टीएमसी को उन कार्यालयों को दुबारा अपने अधिकार में लेने को कहा गया है जहां जीत के बाद भाजपा की तरफ से कथित रूप से ‘कब्जा’ कर लिया गया है. बैठक में ममता बनर्जी ने लोकसभा में मिली हार को ‘अस्थायी क्षति’ बताया गया है. ममता ने कहा कि चिंता की कोई बात नहीं है.
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