बिकरू केस : 8 पुलिसकर्मियों की हत्या के आरोपी विकास दुबे को भगाने वाले 2 आरोपियों को मिली बेल

कानपुर में हुए बिकरू कांड की रात शायद ही कोई भूला होगा. इसी रात विकास दुबे नामके गैंगस्टर ने अपने साथियों के साथ मिलकर आठ पुलिसकर्मियों को गोलियों से भून दिया था. पर अब इसी मामले में आरोपियों को अब जमानत मिलने का सिलसिला भी शुरू हो गया है. ये वही आरोपी हैं जिन्होंने दो जुलाई की रात के बाद विकास दुबे को भागने में सहायता की थी.

फरारी के दौरान कुख्यात विकास दुबे के बने थे मददगार

जानकारी के मुताबिक, कानपुर जिले में चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू गांव में दो जुलाई 2020 को विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस टीम पर गोलीबारी कर दी गई थी. गोलीबारी में सीओ समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे. इसके बाद पुलिस ने भी मुख्य आरोपित विकास दुबे समेत छह आरोपितों को मार गिराया गया था. इस घटना के महीनों बाद मार्च 2021 को एसटीएफ ने पनकी थानाक्षेत्र से सात आरोपितों को गिरफ्तार कर उनके पास से भारी मात्रा में हथियार बरामद किए थे.

एसटीएफ का दावा था कि यह वही हथियार हैं जो पुलिस वालों के खिलाफ हमले में प्रयोग किए गए थे. विकास दुबे इन्हें कानपुर देहात में छोड़कर फरार हो गया था. उसके मारे जाने के बाद यह हथियार मध्यप्रदेश में बेचने की कोशिश हो रही थी. पूछताछ में यह भी सामने आया था कि इस गिरोह वह लोग शामिल हैं, जिन्होंने बिकरू से फरारी के बाद विकास दुबे, अमर दुबे और प्रभात मिश्रा की मदद की थी.

प्रभात मिश्रा ने वारदात के बाद सिवली निवासी अपने दोस्त विष्णु कश्यप को फोन करके शिवली नदी के पुल के पास कार लेकर बुलाया था. विष्णु अपने दोस्त छोटू की स्विफ्ट डिजायर कार लेकर पहुंचा. वहां से सभी विष्णु के बहनोई राम जी के घर रसूलाबाद पहुंचे थे. 3 जुलाई 2020 की दोपहर को रामजी ने अमर दुबे को करिया झाला में संजय परिहार की बगिया ले गया. शाम को विकास और प्रभात को भी वहां पहुंचे.

दोनों को मिली रिहाई

इस पूरे घटनाचक्र में अभिनव तिवारी, अर्पित मिश्रा उर्फ पुत्तू मिश्रा, विक्की उर्फ विकास यादव, अमन शुक्ला, मोहन अवस्थी मददगार बने थे. पनकी पुलिस ने इनमें से विकास यादव और मोहन अवस्थी को गिरफ्तार करके जेल भेजा था. अब हाई कोर्ट ने आरोपित मोहन अवस्थी व विकास यादव को जमानत दे दी है. दोनों को जिला कारागार से रिहाई भी मिल गई है. इससे पहले कार में फर्जी सचिवालय पास लगाने के मामले में जेल गया राहुल सिंह भी जेल से बाहर आ गया है.

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