माफिया अतीक अहमद की बेगम और 50 हजार की इनामी शाइस्ता परवीन (Shaista Parveen) की मुश्किलें लगातार बढ़ती ही जा रही हैं। पुलिस अब शाइस्ता परवीन की हिस्ट्रीशीट (History Sheet) खोलने की तैयारी में है। प्रयागराज की धूमनगंज पुलिस ने इस संबंध में आला अफसरों से परामर्श मांगा है। शाइस्ता के खिलाफ आधा दर्जन मुकदमे दर्ज हैं। इन्हीं मुकदमों के आधार पर पुलिस हिस्ट्रीशीट खोने की तैयारी में है।
एकत्र की जा रही मुकदमों की जानकारी
धूमनगंज इंस्पेक्टर ने 2 मई में एक एफआईआर में शाइस्ता परवीन के लिए माफिया अपराधी शब्द का इस्तेमाल किया था। उमेश पाल हत्याकांड में वांछित शाइस्ता परवीन तमाम प्रयासों के बावजूद भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है। गुरुवार को भी शाइस्ता की तलाश में कई जगह दबिश दी गई। धूमनगंज पुलिस अब शाइस्ता की हिस्ट्रीशीट खोलने के प्रयास में है। उसके खिलाफ मुकदमों की जानकारी एकत्र की जा रही है।
अब तक शाइस्ता के खिलाफ दर्ज आधा दर्जन मुकदमों के बारे में पता चला है। इसमें सबसे प्रमुख उमेश पाल और दो सिपाहियों की हत्या में दर्ज एफआईआर है। इसमें अतीक और अशरफ के साथ शाइस्ता को भी नामजद किया गया था। इसके अलावा बेटे अली का फर्जी आई कार्ड बनवाने, असलहों का लाइसेंस लेने के लिए तथ्यों को छिपाने और अवैध असलहा रखने जैसे मामले दर्ज हैं। पुलिस ने उमेश पाल हत्याकांड की जांच में साफ-साफ शाइस्ता की भूमिका का उल्लेख किया है।
वसूली की घटनाओं को अंजाम दे रही थी शाइस्ता
शाइस्ता न सिर्फ षड्यंत्र की बैठकों में शामिल होती थी, बल्कि अपने बेटों के माध्यम से शूटरों को आईफोन और लाखों रुपये भी देती थी। हत्या के बाद शूटरों के छिपने में भी उसने मदद की थी। पुलिस ने जांच में यह भी बताया है कि अतीक के जेल जाने के बाद उसके कारोबार को शाइस्ता ही संभाल रही थी। वह कुछ लोगों की मदद से अतीक गिरोह की पूरी वसूली को अंजाम दे रही थी।
धूमनगंज इंस्पेक्टर ने दो मई को असद के दोस्त आतिन जफर की गिरफ्तारी वाली एफआईआर में शाइस्ता को माफिया अपराधी लिखा था। हालांकि, बिना हिस्ट्रीशीट खुले कोई भी अपराधी माफिया नहीं हो सकता। ऐसे में धूमनगंज पुलिस ने शाइस्ता की हिस्ट्रीशीट खोलने के लिए अधिकारियों से परामर्श मांगा है। वहां से हरी झंडी मिलने के बाद शाइस्ता परवीन की हिस्ट्रीशीट खोली जाएगी।
बढ़ सकता है शाइस्ता परवीन पर इनाम
सूत्रों की मानें तो 50 हजार की इनामी शाइस्ता परवीन पर पुलिस फिर इनाम बढ़ा सकती है। उमेश पाल की हत्या हुए ढाई महीने बीत चुके हैं और शाइस्ता को अभी तक पुलिस नहीं पकड़ सकी है। सूत्र बताते हैं कि शाइस्ता पर इनाम की राशि बढ़ाई जा सकती है। अब तक 50 हजार की इनामी शाइस्ता पर जल्द ही एक लाख इनाम घोषित हो सकता है।
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