महापौर/नगर आयुक्त के नेतृत्व में पार्षदों ने किया प्राकृतिक विधि से नाले के पानी का शोधन कार्य का स्थलीय निरीक्षण

मुकेश कुमार, संवाददाता गोरखपुर। आज महापौर/नगर आयुक्त के नेतृत्व में नगर निगम, गोरखपुर के समस्त पार्षदोंगणों, अधिकारियों/कर्मचारियों की टीम ने तकिया घाट पर प्राकृतिक विधि से नाले के पानी का शोधन कार्य का स्थलीय निरीक्षण कराया गया।
टीम ने प्राकृतिक विधि से पेड़- पौघों एवं पत्थरों के माध्यम से जल शोधन की प्रक्रिया को देखा एवं जानकारी प्राप्त किया। पार्षदों द्वारा कहा गया कि यह पहल शहर की जल शोधन व्यवस्था को सुधारने और जल संरक्षण को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। प्राकृतिक विधि से जल शुद्धिकरण से पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं होगा और नाले का पानी भी उपयोगी बनाया जा सकेगा तथा अन्य नगर निगमों के लिए भी एक मॉडल बन सकता है। साथ ही सूथनी में एन0टी0 पी0सी0-वी00वी0 एन0एल0 द्वारा निर्माणाधीन वेस्ट टू चारकोल प्लांट निर्माण की प्रगति एवं एवर इन्वायरो द्वारा स्थापित बायो सी0एन0जी0 प्लांट, domestic hazardous waste प्लांट का भी स्थलीय निरीक्षण कराया गया। महापौर/नगर आयुक्त द्वारा सभी टीम के सदस्यों को उक्त प्लांट की महत्ता एवं उपयोगिता के बारे में विस्तृत रूप से अवगत कराया गया।

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महापौर अपने कहा कि गोरखपुर महानगर को स्वच्छ, सुन्दर बनाने में यह तकनीक मिल का पत्थर साबित होगी। नगर निगम की यह पहल न केवल पर्यावरण संरक्षण में सहायक होगी, बल्कि भूजल स्तर को भी बनाए रखने में मदद करेगी। यह पहल शहर में जल प्रदूषण की समस्या को हल करने में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी। हम चाहते हैं कि इसे अन्य इलाकों में भी लागू किया जाए।

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