एक तरफ कोर्ट के आदेश पर ज्ञानवापी मस्जिद का सर्वे (Gyanvapi Masjid Survey) चल रहा है. पूरे देश की निगाहें सर्वे पर टिकी हुई हैं. इन सबके बीच मेरठ (Meerut) दौरे पर पहुंचे केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) ने इस मामले को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा है. उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू को लेकर कहा, ”नेहरू ने तुष्टिकरण की राजनीति के लिए केवल काशी, मथुरा, अयोध्या को विवादित नहीं रखा, बल्कि औरंगजेब बाबर के नाम पर सड़क दी.” गिरिराज सिंह ने ज्ञानवापी मस्जिद विवाद के लिए नेहरू को ही जिम्मेदार ठहराया है.
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि देश में मुगल आक्रांताओं ने देश को लूटने का काम किया था. देश आजाद के बाद तुष्टीकरण की राजनीति की गई थी, जिसकी वजह से वर्तमान में काशी में ज्ञानवापी प्रकरण में कोर्ट को हस्तक्षेप करना पड़ रहा है. देश में औरंगजेब और बख्तियार खिलजी आक्रांता था. देश की आजादी के बाद भारत के गौरवशाली इतिहास को भी तोड़ मरोड़ कर नई पीढ़ी के सामने पेश किया गया है.
ताजमहल और ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर केंद्रीय मंत्री ने भारत-पाकिस्तान बंटवारे को लेकर बड़े सवाल खड़े किए, उन्होंने कहा, “जब बंटवारे हुए तो अखंड भारत को खंडित करते हुए.” उन्होंने कहा “बंटवारे के समय नेहरू को आक्रांताओं की सारी निशानी को मिटा देना चाहिए था.”
समान जनसंख्या कानून लागू हो
इसके साथ केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश में समान जनसंख्या कानून लागू होना चाहिए. यह हिंदू, मुसलमान, सिख, ईसाई सभी पर एक समान लागू हो. गिरिराज सिंह ने कहा कि चीन अगर जनसंख्या कानून नहीं लाता तो विकसित राष्ट्र नहीं होता. इसके साथ उन्होंने कहा कि हम एक मिनट में तैंतीस बच्चे पैदा कर रहे हैं. जबकि चीन एक मिनट में दस से ग्यारह बच्चे पैदा कर रहा है.
संसाधन सीमित और लगातार बढ़ रही जनसंख्या
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि संसाधन सीमित और प्रतिवर्ष दो करोड़ के ज्यादा बच्चे पैदा हो रहे हैं. जरूरत है कि देश में जनसंख्या को लेकर कड़ा कानून बने. एक देश एक जनसंख्या कानून बने. बता दें कि केंद्रीय मंत्री गिरिराज रविवार को मेरठ में जनसंख्या समाधान फाउंडेशन के राष्ट्रीय अधिवेशन में पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने ज्ञानवापी मस्जिद विवाद के साथ जनसंख्या नियंत्रण कानून के पक्ष में अपने विचार रखे.
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