मंडी टैक्स चोरी का अनोखा मामला: 11 हजार बचाने के चक्कर में गोरखपुर के कारोबारी को भरना पड़ा 1.15 लाख का जुर्माना

मुकेश कुमार संवाददाता गोरखपुर। मंडी टैक्स चोरी के मामलों में कारोबारी नए-नए तरीके अपनाने लगे हैं, लेकिन रामपुर मंडी सचिव की सतर्कता से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। सिर्फ 11 हजार रुपये की मंडी टैक्स चोरी बचाने की कोशिश में गोरखपुर के एक दाल कारोबारी को 1.15 लाख रुपये का भारी जुर्माना भरना पड़ा।

ऐसे पकड़ा गया मामला
घटना 12 फरवरी की है। एक ट्रक (यूपी 22बीटी-5698) में करीब 35 टन दाल दिल्ली से गोरखपुर आ रही थी, जिसमें चार अलग-अलग व्यापारियों का माल लदा था। रामपुर मंडी सचिव मनोज सूरी ने रूटीन चेकिंग के दौरान ट्रक के दस्तावेजों की जांच की। इसमें पाया गया कि तीन व्यापारियों की प्री-एराइवल स्लिप मंडी समिति से जारी की गई थी, लेकिन चौथे व्यापारी ने बिना पूर्व सूचना के करीब 10 टन चना दाल ट्रक में भेज दी थी।

पूछताछ के दौरान गोरखपुर के व्यापारी ने गलती स्वीकार कर ली। नियमों के अनुसार, मंडी टैक्स चोरी पर अनाज मूल्य का 1.5 फीसदी टैक्स लगता है और जितनी टैक्स चोरी होती है, उसका दस गुना जुर्माना वसूला जाता है। इस नियम के तहत गोरखपुर के दाल कारोबारी से 1,14,477 रुपये का जुर्माना वसूला गया।

पहली बार पकड़ा गया ऐसा मामला
मंडी सचिव मनोज सूरी ने बताया, “यह पहली बार है जब इस तरह की टैक्स चोरी पकड़ी गई है। ट्रक में चार व्यापारियों का माल था, लेकिन चौथा व्यापारी कागज नहीं दिखा सका। बाद में गलती स्वीकार कर उसने जुर्माना अदा कर दिया।

इस घटना के बाद से अन्य व्यापारियों के बीच भी सतर्कता बढ़ गई है, क्योंकि मंडी प्रशासन अब टैक्स चोरी के मामलों पर कड़ी निगरानी रख रहा है।
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