सपा और कांग्रेस को रामभक्तों का नहीं, सिर्फ चाहिए मुसलमानों का वोट: साक्षी महाराज

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह (Kalyan Singh) के निधन सियासत तेज हो गई है. उनके अंतिम दर्शन के लिए जब समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव नहीं पंहुचे, तो उन्नाव से बीजेपी सांसद साक्षी महाराज (BJP MP Sakshi Maharaj) ने दोनों नेताओं पर तीखे प्रहार किए हैं. साक्षी महाराज ने कहा कि कल्याण सिंह के अंतिम दर्शन के लिए अखिलेश यादव, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका का ना पहुंचना यह दर्शाता है कि इनको रामभक्तों का वोट नहीं चाहिए, बल्कि केवल मुसलमानों का वोट चाहिए.


साक्षी महाराज ने कहा कि कल्याण सिंह पर यही तो आरोप था कि उनके रहते बाबरी मस्जिद को गिराया गया था और इसलिए अखिलेश यादव उनके अंतिम दर्शन के लिए नहीं गए. उनको सिर्फ मुसलमानों का वोट चाहिए. बीजेपी सांसद ने कहा कि मैं इस बात की कड़ी निंदा करता हूं और आने वाले समय में अखिलेश यादव को इसका जवाब जनता देगी.


उन्होंने कहा कि यह बहुत ही हृदय विदारक करने वाली घटना है. कल्याण सिंह मेरे मार्गदर्शक थे. पूरा देश कल्याण सिंह को आंसुओं की विदाई कल दे रहा था. उनका अंतिम संस्कार किया गया लेकिन लखनऊ से लेकर अलीगढ़ तक अखिलेश यादव कहीं दिखाई नहीं दिए. कांग्रेस की सोनिया, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी यह नहीं दिखाई दिए. साक्षी महाराज ने कहा कि मुझे लगता है कांग्रेस और सपा को राम भक्तों का वोट नहीं चाहिए, केवल मुसलमानों का वोट चाहिए. क्योंकि कल्याण सिंह ने मस्जिद तोड़ी थी इसलिए उनके अंतिम समय में श्रद्धा के सुमन अर्पित करने के लिए हम लोग नहीं जाएंगे. दरअसल इनको सिर्फ मुसलमानों का वोट चाहिए.


यही है सपा की तालिबानी सोच: सुब्रत पाठक

इससे पहले कन्नौज से सांसद सुब्रत पाठक (Subrat Pathak) ने कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि न देने के लिए मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव, दोनों को आड़े हाथों लिया. सुब्रत पाठक ने ट्वीट कर कहा कि हिंदू हृदय सम्राट कल्याण सिंह जैसे जनप्रिय नेता को अगर मुलायम सिंह और अखिलेश यादव श्रद्धांजलि और सम्मान नहीं देंगे तो इससे उनके (कल्याण सिंह) कद पर कोई असर नहीं पड़ेगा. उन्होंने आगे ये भी कहा कि अगर लखनऊ में ये दोनों कल्याण सिंह के आखिरी दर्शन कर लेते तो इससे कार सेवकों पर गोली चलवाने वाली समाजवादी पार्टी को अपने पाप धोने का आखिरी मौका जरूर मिल जाता लेकिन विनाशकाले विपरीत बुद्धि. और यही इनकी तालिबानी मानसिकता को दर्शाता है.


इसे ही कहते हैं तुष्टीकरण: डिप्टी सीएम

इसे लेकर जब पत्रकारों ने भाजपा नेता और यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) से सवाल किया तो उन्होंने कहा कि कल्याण सिंह किसी की श्रद्धांजलि के मोहताज नहीं हैं. लेकिन भगवान राम उन्हें सद्बुद्धि दें जो दिवंगत आत्माओं में भी तुष्टिकरण देखते हैं. कन्नौज के भाजपा सांसद सुब्रत पाठक ने कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि न देने के लिए मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव दोनों को आड़े हाथों लिया.


बता दें कि कल्याण सिंह की मौत पर अखिलेश यादव ने ट्वीट कर शोक जरूर व्यक्त किया था, लेकिन वह लखनऊ में कल्याण सिंह के पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित करने नहीं गए. उनके पिता मुलायम सिंह यादव ने तो श्रद्धांजलि के दो शब्द कहने या लिखने तक की जहमत नहीं उठाई. कल्याण सिंह, मुलायम सिंह यादव के साथ 1977 में जनता पार्टी की सरकार में मंत्रिमंडल में रहे थे. कल्याण सिंह जब बीजेपी से नाराज हुए तो मुलायम सिंह के करीब गए. 


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