उत्तर प्रदेश विधानसभा में मॉनसून सत्र के पहले दिन समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) पर हमला बोला है। अखिलेश ने तंज कसते हुए कहा कि सीएम योगी मणिपुर पर बोलकर देश की आवाज बन जाएंगे, हम साथ देंगे। लेकिन भाजपा के मुख्यमंत्री के तौर पर उनकी मजबूरी समझता हूं।
सपा चीफ ने कहा कि अमेरिका, यूरोप व अन्य जगह मणिपुर की घटना की निंदा की गई तो कम से कम विधानसभा निंदा प्रस्ताव पास कर दे। वहीं, सपा के अलावा कांग्रेस, आरएलडी ने भी मणिपुर पर चर्चा की मांग का समर्थन किया। हालांकि, स्पीकर सतीश महाना ने कहा कि दूसरे राज्यों की चर्चा यूपी विधानसभा में नहीं हो सकती।
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दरअसल, सोमवार को विधानसभा शुरू होते ही हंगामा शुरू हो गया। प्रश्नकाल होते ही सपा सदस्य दूसरे मुद्दे उठाना चाहते थे। मणिपुर पर चर्चा कराना चाहते थे, लेकिन अनुमति नहीं मिली तो सपा विधायक वेल में आ गए। उस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव सदन में ही थे।
अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि अगर मणिपुर पर चर्चा होगी तो बंगाल व केरल पर भी चर्चा करानी होगी। किसी दूसरे राज्य के मामले की चर्चा यहां नहीं होगी। विधानसभा नियम से चलेगी। लगता है कि आप लोग अव्यवस्था फैलाने के लिए तैयार होकर आए हैं, लेकिन आज हम सदन स्थगित नहीं करेंगे। इतना कहकर अध्यक्ष ने प्रश्न लेने शुरू कर दिए। इस दौरान विपक्ष ने कोई सवाल नहीं किया।
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वहीं, विधानसभा में अतीक व अशरफ को श्रद्धांजलि दी गई। विधानसभा ने जल्द ही प्रश्नकाल खत्म हुआ तो पूर्व विधायक के निधन का प्रस्ताव आया, लेकिन हंगामा जारी रहा और मणिपुर पर चर्चा कराने की मांग जारी रही तो अध्यक्ष ने कहा कि ऐसा पहले कभी नहीं हुआ कि शोक प्रस्ताव के वक्त शोर शराबा होता रहे।
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