उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ (Lucknow) से बड़ी खबर सामने आ रही है। यहां यूपी एटीएस (UP ATS) ने खदरा (Khadra) इलाके में सोमवार को छापेमारी की है। यह छापेमारी बीते 11 जुलाई को पकड़े गए संदिग्ध आतंकी मिनहाज से मिले इनपुट के आधार पर की गई है। आतंकी मिनहाज के मोबाइल से तीन संदिग्ध युवकों की फोटो मिली थी, जिसके बाद एटीएस की टीम छापेमारी कर रही है। बताया जा रहा है मिनहाज के दोनों करीबी फरार हैं।
एटीएस ने मिनहाज को मड़ियांव से पकड़ा था। मिनहाज के घर से कुकर बम बरामद हुआ था। हैदराबाद फोरेंसिक लैब से मिनहाज के मोबाइल का डाटा रिट्रीव हो गया है, उसी से अहम जानकारियां मिली हैं। उसके फोन से दो लड़कों की फोटो मिली थी। दोनों खदरा के रहने वाले हैं। इन्हें एटीएस ने पूछताछ के लिए उठाया भी था। लेकिन बाद में उनका कुछ पता नहीं चल रहा है। दोनों की तलाश चल रही है।
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बताया जा रहा है कि आतंकी 26 जनवरी के मौके पर हमला करने की फिराक में थे। फिलहाल, इस बात की अभी तक किसी अधिकारी ने पुष्टि नहीं है। दरअसल, मिनहाज के कॉल डिटेल में तीन ऐसे नंबर मिले जिसपर अक्सर लंबी बातचीत होती रही है। साथ ही इन नम्बरों को सर्विलांस सेल ने ट्रेस किया तो मिनहाज की गिरफ्तारी के दिन 11 जुलाई को तीनों की लोकेशन दुबग्गा में मिनहाज के घर के आसपास मिली। इस पर शक गहराया तो एटीएस ने इनकी मौजूदा लोकेशन पता करने का प्रयास किया।
बीते साल 12 जुलाई 2021 को आतंकी संगठन अलकायदा से जुड़े दो खतरनाक आतंकियों को गिरफ्तार कर लखनऊ समेत कई शहरों को दहलाने की साजिश नाकाम कर दी गई थी। यूपी एटीएस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए इन दोनों आतंकियों को लखनऊ में दबोचा था। इनके पास से दो प्रेशर कुकर बम और एक पिस्टल बरामद किया गया था। दोनों ने 15 अगस्त को कई शहरों में मानव बम के जरिये धमाके की साजिश रची थी।
इससे पहले एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि आतंकी मसीरुद्दीन को मड़ियांव थाना क्षेत्र के मोहिबुल्लापुर और मिनहाज को काकोरी थाना क्षेत्र के सीते विहार कालोनी से उसके घर से गिरफ्तार किया गया था। दोनों का संबंध अलकायदा समर्थित आतंकी संगठन अंसार गजवातुल हिंद से है। एडीजी ने बताया कि इन आतंकियों के निशाने पर कई बड़े शहर थे। ये प्रदेश को विस्फोट से दहलाने की साजिश रच रहे थे। इसके लिए भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर विस्फोट के लिए मानव बम भी तैयार किए जा रहे थे।