कोरोना संक्रमण काल में अपने अभिभावक, माता-पिता या फिर माता या पिता में से किसी एक को खोने वाले अनाथ/प्रभावित बच्चों के संरक्षण व देखरेख के लिए उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का शुभारंभ खुद सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) 22 जुलाई को करेंगे. लोकभवन में होने वाले इस कार्यक्रम में राजधानी के 50 अनाथ बच्चे शामिल होंगे, जिनसे मुख्यमंत्री मुलाकात करेंगे. इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण जिलों में भी किया जाएगा. साथ ही उसी दिन सभी जिलों में इस योजना से जुड़े आयोजन होंगे. लाभार्थियों को स्वीकृति पत्र वितरित किए जाएंगे.
इस योजना के अंतर्गत मुख्यमंत्री द्वारा योजना का शुभारंभ किए जाने के साथ ही बच्चों के देखभाल की जिम्मेदारी संभाल रहे अभिभावक के खाते में मासिक चार हजार रुपये की राशि भेजने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. साथ ही अन्य लाभ भी दिए जाएंगे. लोकभवन के सभागार में दोपहर 12 बजे से होने वाले इस आयोजन में महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार की राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार स्वाती सिंह भी मौजूद रहेंगी। राजधानी में कोविड काल के दौरान अनाथ व प्रभावित हुए बच्चों की संख्या बढ़कर 292 पहुंच गई है.
मिलेगा यह लाभ
- अनाथ हुए बच्चों को सरकारी बाल देखरेख संस्थाओं में निशुल्क आवास मिलेगा.
- 0-18 साल तक के बच्चों के अभिभावकों को चार हजार रुपये प्रति माह मिलेगा.
- 11-18 साल के सभी बच्चों की कक्षा 12 वीं तक की निशुल्क शिक्षा.
- कस्तूरबा गांधी बालिका/अटल आवासीय विद्यालयों में और 12 हजार रुपये प्रतिवर्ष
- बालिग होने पर लड़कियों के विवाह हेतु 1 लाख रुपये का आर्थिक सहयोग मिलेगा
- कक्षा-9 और इससे ऊपर/व्यावसायिक शिक्षा प्राप्त कर रहे 18 वर्ष तक के बच्चों को टैबलेल व लैपटॉप मिलेगा
- बालिग होने तक बच्चों की चल-अचल संपत्ति की कानूनी सुरक्षा होगी.
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