सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) द्वारा बजट को बंटवारा बताने पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक (Brajesh Pathak) ने करारा पलटवार किया है. उन्होंने एक डायरी का जिक्र कर सभी को चौंका दिया. यह डायरी समाजवादी सरकार के समय की बताई जा रही है. जिसमें कोर्ड वर्ड में M, A और S का जिक्र है, जिनमें बजट के पैसों का बंटवारा होता था. ब्रजेश पाठक ने कहा कि अभी हमें इसका डिकोड नहीं मिला है. हमारे साथी जानते होंगे ए, एम और एस कौन हैं?
ब्रजेश पाठक ने कहा कि जब जब समाजवादी पार्टी की सरकार आई है समाजवाद के विपरीत काम किया गया. इन्होंने बजट को समाज के बजाए अपने परिवार और अपने लोगों को बांटा. नेता प्रतिपक्ष जब समाजवादी पार्टी पर कब्जा करने जा रहे थे तो नारा लगता था यह जवानी कुर्बान तेरे नाम. वह जवानी कुर्बान बैंक आजकल कहां है दिख नहीं रहा.
डायरी का जिक्र कर सभी को चौंकाया
डिप्टी सीएम सदन में अखिलेश यादव पर बड़ा हमला बोलते हुए कुछ डायरियों का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि 2022 में जब मुझे विक्रमादित्य मार्ग पर आवास अलॉट हुआ तो कुछ डायरियां मिलीं. उन डायरियों में यह लिखा था कि बजट को कहां कैसे बांटा जाएगा. समाजवादी सरकार में बजट कहां कैसे जाना है उस पर मंथन होता था.
ब्रजेश पाठक ने कहा कि यूपी के बजट को किस तरीके से बांटा गया था उन डायरियों में लिखा था. उन डायरियों में लिखा था कि जी पैसे बटोरेगा और एस को जमा करेगा, लेकिन जी इतना महत्वपूर्ण कि वह तत्कालीन मुख्यमंत्री की भी नहीं सुनेगा. लेकिन एस यह पैसा बटोरेगा वह ए के लिए जमा करेगा, लेकिन ए को नगद नहीं देगा. धन बाद में हस्तांतरित करेगा. आर नाम का व्यक्ति जमा धन का प्रबंधन करेगा. एम की भूमिका पूरे व्यवस्था के सयोजन की होगी. ब्रजेश पाठक ने कहा कि अभी हमें इसका डिकोड नहीं मिला है. हमारे साथी जानते होंगे ए, एम और एस कौन हैं?
सपा सरकार में था दलालों का अड्डा: ब्रजेश पाठक
ब्रजेश पाठक ने कहा कि यूपी के विकास के बजाय सपा सरकार में प्रत्येक जिले में दलालों का अड्डा था. लखनऊ में भी दलालों का अड्डा खुला था. नोएडा की जमीनों को खुलेआम पूरे देश में बेचा गया. वह पैसा सरकारी खाते में नहीं जमा हुआ व्यक्तिगत फंड में जमा हुए हैं. जो बिल्डर पैसा नहीं दे पाया उससे कहा हमें आधी जमीन दो. जांच हो जाए तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा.
ट्रांसफर पोस्टिंग में खुलेआम हुई दलाली
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि सपा सरकार के दौरान ट्रांसफर पोस्टिंग में खुलेआम दलाली होती थी. एक खनन विभाग के मंत्री राज्य मंत्री थे. बर्खास्त हुए और उसके 15 दिन बाद उसी विभाग का कैबिनेट मंत्री बना दिया गया. पैर दबाते हुए तस्वीर आई थी कि पूरा जमा कर देंगे कैबिनेट बना दो. इस तरह लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाई जाती रही हैं.
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट बृहस्पतिवार को विधानसभा में वित्त मंत्री सुरेश खन् ना ने पेश किया. वित्त वर्ष 2022-23 के लिए छह लाख 15 हजार 518 करोड़ रुपये का यह बजट प्रदेश का अब तक का सबसे बड़ा बजट बताया गया है. सपा चीफ अखिलेश यादव ने बजट को बंटवारा बताने समेत कई बड़े हमले बोले थे, जिसपर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने पलटवार किया है.
Also Read: ‘इसलिए ऑस्ट्रेलिया गए थे’, सुनकर सदन में भड़के अखिलेश, बोले- गोबर देखते हो तो गोबर ही..
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )