उत्तर प्रदेश पुलिस के चार जवान ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए। उनके परिवारों को अब भले ही वह वापस नहीं मिल सकते, लेकिन यूपी पुलिस ने एक मानवीय और जिम्मेदार कदम उठाया है। डीजीपी राजीव कृष्ण ने खुद लखनऊ में इन शहीद जवानों की पत्नियों को सहायता राशि के चेक सौंपे।
Up Police अपने जवानों के परिवार के साथ
डीजीपी राजीव कृष्ण ने इस मौके पर कहा ‘यह सहयोग उन परिवारों की मदद के लिए है जिन्होंने ड्यूटी करते हुए अपने परिजन को खो दिया। यह उनके वर्तमान और भविष्य को बेहतर बनाने की हमारी कोशिश है।’यह न केवल आर्थिक मदद है, बल्कि एक मजबूत संदेश है कि पुलिस विभाग अपने हर जवान के साथ खड़ा है।
कैसे और किन हालातों में गई पुलिसकर्मियों की जान
चारों मामलों में जवानों की मौतें अलग-अलग घटनाओं में हुईं, लेकिन सब ड्यूटी के दौरान ही जान गंवा बैठे-
जौनपुर:हेड कांस्टेबल दुर्गेश कुमार सिंह की ड्यूटी के दौरान गोतस्करों ने कुचलकर हत्या कर दी।
फतेहपुर:सिपाही वीरेंद्र कुमार सरोज की मौत महाकुंभ मेला ड्यूटी से लौटते समय सड़क हादसे में हो गई।
बरेली:सिपाही जितेंद्र पाल की मोटरसाइकिल की टक्कर ट्रैक्टर-ट्रॉली से हो गई, जिससे उनकी मौत हुई।
सिद्धार्थनगर:सिपाही बृजेश कुमार की जान भी एक सड़क दुर्घटना में चली गई।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने यह साबित किया है कि वह केवल कानून का पालन ही नहीं कराती, बल्कि अपने जवानों के परिवारों का साथ निभाने वाली संस्था भी है।
Input-Ram Krishna Shukla


















































