यूपी एटीएस द्वारा धर्मांतरण कराने वाले गिरोह का पर्दाफाश करने के बाद से ही इससे जुड़े नए-नए मामले सामने आ रहे हैं। अब मेरठ (Meerut) जनपद में चौधरी चरण सिंह जिला कारागार के भीतर धर्मांतरण (Conversion in Jail) का सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां बंदी के पैरोल पर छूटने के बाद धर्मांतरण का पर्दाफाश हुआ है। आरोपी अपना धर्म बदलने के बाद गांव के अन्य लोगो को भी धर्मांतरण के लिए मजबूर कर रहा था। जिसके बाद ग्रामीणों ने आरोपी के खिलाफ पुलिस में तहरीर दी। वहीं, हिंदू संगठनों ने मुंडाली थाना क्षेत्र के मऊखास निवासी ताराचंद (Tarachand) पर धर्मांतरण का आरोप लगाते हुए चौकी पर हंगामा किया। आरोप लगाया गया कि ताराचंद मुकदमे में पैरवी कराने के लिए धर्म परिवर्तन कर ताहिर बन गया।
बैरक में 50 मुस्लिम के साथ रहता था ताराचंद
अब पुलिस आरोपी के पैरोल निरस्तीकरण की तैयारी में है। इस मामले के आरोपी ताराचंद ने बताया है कि जेल की जिस बैरक में वह बंद था उसमें करीब 50 मुस्लिम लोग रहते थे उन्होंने हत्या वाले केस में उसकी मदद करने की बात कही, जिसके चलते वह मुस्लिम लोगों के साथ ही जेल में नमाज पढ़ने लगा। उसका कहना है कि उसने मुस्लिम रीति-रिवाज के अनुसार कोई भी इस्लाम कबूल नहीं किया है। वह सिर्फ दाढ़ी रख कर नमाज पढ़ता था, पुलिस के कहने पर उसने शुक्रवार शाम को ही दाढ़ी कटवा दी।
मुंडाली थाना प्रभारी रवि चंद्रवाल ने बताया कि मऊखास निवासी ताराचंद अपनी पत्नी के साथ 2017 में टीपीनगर में किराये पर रहता था। इस दौरान ग्रामीण की पत्नी के घर क्षेत्र निवासी रतनपाल से अवैध संबंध हो गए थे। ग्रामीण को इसकी जानकारी हुई तो उसने रतनपाल पर जानलेवा हमला कर दिया था, जिसमें रतनलाल की मौत हो गई थी। हत्या में पुलिस ने ग्रामीण को जेल भेज दिया था। जेल में रहते हुए परिवार ने उसका साथ छोड़ दिया था।
जेल में बंद उस्मान ने भाई बनाकर करा दिया धर्मांतरण
तभी जेल में बंद उस्मान ने उसे अपना भाई बना लिया और उसका धर्मांतरण करा दिया। यही नहीं, बीते 19 मई को उस्मान के परिवार ने ताराचंद का पैरोल भी करा दिया। गांव के श्याम सिंह का आरोप है कि अपना धर्म बदलने के बाद वह गांव के अन्य लोगों को भी धर्मांतरण करने के लिए मजबूर कर रहा है। श्याम सिंह की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है। एसओ का कहना है कि ताराचंद ने जेल में मुस्लिम धर्म कुबूल करने की बात स्वीकार की है।
विश्व हिंदू परिषद का आरोप- लोगों को धर्मांतरण के लिए उकसा रहा था ताराचंद
इस मामले में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) महानगर संगठन मंत्री गौरव प्रताप का कहना है कि आरोपी ताराचंद अन्य लोगों को धर्मांतरण के लिए उकसा रहा था। ग्रामीणों ने उसका विरोध किया और वजह पूछी। पता चला है कि जेल में खरखौदा थाना क्षेत्र के एक गांव का मुस्लिम समुदाय का युवक भी बंद है। जिसने उसे धर्मांतरण करने के लिए 2 लाख रुपये दिए और हत्या के मुकदमे में उसकी मदद की। यह भी पता चला है कि केस से 302 की धारा हटवाकर उसको 304 (गैर इरादन हत्या) में तब्दील कराने में मदद की।
मामले में एसएसपी प्रभाकर चौधरी का कहना है कि धर्मांतरण कराने का आरोप हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने लगाया है। जिसकी एक तहरीर मुंडाली थाना पुलिस को दी है। पुलिस मामले की जांच पड़ताल करने में लगी है। जो सही होगा, उसके आधार पर कार्रवाई निश्चित तौर पर होगी। जेल से भी जानकारी ली जाएगी।
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