UP: झांसी CO इस्तीफा मामले में PPS एसोसिएशन ने DGP से की कार्रवाई की मांग, कहा- SSP ने किया उत्पीड़न

उत्तर प्रदेश के झांसी (Jhansi) जिले में सीओ सदर (CO Sadar) के पद पर तैनात पीपीएस अधिकारी मनीष चंद्र सोनकर (Manish Chandra Sonkar) ने इस्तीफा दे दिया है। सीओ की पत्नी कोरोना पॉजिटिव हैं, इसलिए उन्होंने अपनी 4 साल की बच्ची की देखभाल के लिए 6 दिन का अवकाश मांगा था। लेकिन एसएसपी रोहन पी कनय ने अवकाश देने से साफ इंकार कर दिया, जिसके बाद सीओ मनीष चंद्र सोनकर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उधर, इस्तीफा देने के बाद एसएसपी ने सीओ को छुट्टी दे दी, लेकिन इसके साथ ही इस्तीफे की संस्तुति कर उसे राज्यपाल को भेज दिया। अब इस लेकर यूपी के पीपीएस एसोसिएशन (PPS Association) ने डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी और अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी से मामले को संज्ञान में लेकर कार्रवाई की मांग की है।


पीपीएस एसोसिएशन ने ट्वीट कर लिखा कि डीएसपी मनीष सोनकर के साथ झांसी के एसएसपी द्वारा अपनी कोविड ग्रस्त पत्नी और बेटी की देखभाल के लिए अवकाश मांगने पर इतना मानसिक प्रताड़न किया गया कि मनीष सोनकर द्वारा सेवा से त्यागपत्र दे दिया गया। डीजीपी सर तथा अवनीश अवस्थी सर से अनुरोध है, संज्ञान लेकर यथोचित कार्यवाही करें।


बता दें कि इस घटना के बाद सीओ का पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि विपित्ताकाल में भी छुट्टी न देना मतलब साफ है कि इस प्रकार के आईपीएस (जो स्वयं कितना पुलिस ऑफिस आते हैं और क्षेत्र में निकलते हैं, ये जगजाहिर है) हमें अपने से कमतर मनुष्य समझते हैं और अभी भी कोलोनियल और सामंती विचारों से ही पीड़ित है जिसने हमको इस कोरोनो काल में दुनिया में सबसे भयावह स्थिति पर ला दिया है।


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जानकारी के अनुसार, सीओ मनीष चंद्र सोनकर ने यूपी एटीएस में रहते हुए आतंकवादियों के खिलाफ कई बड़े ऑपरेशन किए हैं। वह आईएसआईएस के खुरासान मॉड्यूल और नक्‍सलियों के खिलाफ कई ऑपरेशन कर चुके हैं। इस्‍तीफे के बाद सोशल मीडिया पर सोनकर का एक पत्र वायरल हुआ है जिसमें उन्‍होंने एसएसपी पर अमानवीय व्‍यवहार का आरोप लगाया है।


वायरल पत्र में सीओ ने लिखा कि पत्‍नी कोरोना संक्रमित हो गई थीं, घर में 4 साल की अकेली बच्‍ची की देखभाल के लिए उन्‍हें 1 से 6 मई तक की छुट्टी चाहिए थी लेकिन उन्‍हें छुट्टी नहीं दी गई। उन्‍होंने एक दिन पहले आए फॉलोअर के सहारे बच्‍ची को छोड़ना उचित नहीं समझा। इस बीच 2 और 3 मई को उनकी ड्यूटी बड़ागांव मतगणना केंद्र पर लगा दी गई।


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सीओ के मुताबिक उन्होंने चुनावी ड्यूटी के लिहाज से सारी व्यवस्थाएं बना दी। उसके बाद दो मई को उन्होंने फिर अवकाश मांगा लेकिन, अवकाश स्वीकृत नहीं हुआ। पत्नी की हालत खराब होने की वजह से वह ड्यूटी पर नहीं आए। उसके बावजूद उनको ड्यूटी पर आने के लिए लगातार मजबूर किया जा रहा था। एसएसपी रोहन पी कनय ने भी मोबाइल फोन पर उनको वापस ड्यूटी पर आने के लिए कहा।


उन्होंने इस पर असमर्थता जताते हुए इस्तीफा देने की बात कही। उसके बाद सीओ मनीष ने एसएसपी के व्हाटसएप पर ही इस्तीफा लिखकर भेज दिया। उधर, एसएसपी का कहना है कि मनीष चंद्र घर से अतिरिक्त फालोअर हटाए जाने से नाराज थे। ड्यूटी में भी लापरवाही बरती। तलब करने पर उन्होंने इस्तीफा लिखकर भेज दिया। उनके इस्तीफे को पुलिस मुख्यालय भेज दिया गया है। इस पूरे मामले पर एडीजी जोन कानपुर भानु भास्कर का कहना है कि मामला उनकी जानकारी में है और सहानुभूति पूर्वक उसे निपटाने की कोशिश की जा रही है।


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