चीनी मिलों का गन्ना मूल्य भुगतान में योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सरकार ने रिकार्ड बना दिया है. सरकार पिछले तीन सालों में प्रदेश की 119 चीनी मिलों का गन्ना मूल्य का शत प्रतिशत भुगतान कर चुकी हैं. वहीं, इस साल चीनी मिलों का 21228.61 करोड़ रुपए का भुगतान किया जा चुका है जबकि अभी मिलों को गन्ना मूल्य का भुगतान कार्य जारी है. इस सत्र में प्रदेश की 119 चीनी मिलों में 105.62 लाख टन चीनी का उत्पादन किया जा चुका है.
प्रदेश के किसानों के हित में प्रदेश सरकार लगातार काम करती आ रही है. किसानों से गन्ना खरीद हो या फिर किसानों को उनकी फसल का भुगतान सबमें योगी सरकार अव्वल रही है. वहीं, अब चीनी मिलों का गन्ना मूल्य के भुगतान में योगी सरकार ने रिकार्ड बना दिया है. योगी सरकार द्वारा पेराई सत्र 2017-18 में मिलों का गन्ना मूल्य का 35,442.14 करोड़ का भुगतान किया गया जबकि 2018-19 में 33,048.06 करोड़ रुपए और 2019-20 में 35,898.85 करोड़ रुपए जबकि साल पेराई सत्र 2020-21 में 21,228.61 करोड़ रुपए का भुगतान किया जा चुका है और अभी मिलों का लगातार भुगतान किए जाने की प्रक्रिया जारी है. विभाग के अनुसार 2017-18, 2018-19 व 2019-20 में योगी सरकार द्वारा चीनी मिलों का शत प्रतिशत भुगतान किया जा चुका है. सरकार अब तक कुल 136,278.75 करोड़ रुपए गन्ना मूल्य का भुगतान कर चुकी है.
प्रदेश में चीनी का रिकॉर्ड उत्पादन
पिछली सरकार जहां चीनी मिलों को बंद करने का काम कर रही थी। वहीं, योगी सरकार बनने के बाद प्रदेश में चीनी मिलों की दशा सुधारने के साथ-साथ नई चीनी मिलों को खोला गया. सरकार ने समय पर चीनी मिलों को गन्ना मूल्य का भुगतान कराना सुनिश्चित कराया. इसके नतीजे भी देखने को मिल रहे हैं. सरकार के सहयोग से चीनी मिलों ने चीनी उत्पादन में रिकार्ड बना दिया है. सरकार ने 2017-18 में 1111.90 लाख टन गन्ना पेराई की इससे चीनी मिलों में 120.50 लाख टन चीनी का उत्पादन किया गया. इसी तरह 2018-19 में 1031 लाख टन पेराई की गई जबकि चीनी मिलों ने 118.22 लाख टन चीनी का उत्पादन किया गया. 2019-20 में चीनी मिलों द्वारा 126.37 लाख चीनी उत्पादन किया गया जबकि वर्तमान पेराई सत्र में चीनी मिलें 105.62 लाख टन चीनी उत्पादन कर चुकी हैं.
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