संजय सिंह और पवन पांडेय के आरोप सरासर झूठे, श्रीराम में हमारी आस्था इसलिए दी जमीन: सुल्तान अंसारी

अयोध्या में राम मंदिर ट्रस्ट (Ayodhya Ram Janmbhoomi Trust) पर जमीन खरीद में घोटाले का आरोप लगाते हुए विपक्ष जहां हमलावर दिख रहा है, वहीं ट्रस्ट ने सभी आरोपों को गलत बताते हुए बयान दिए हैं. राम मंदिर ट्रस्ट के साथ जमीन का एग्रीमेंट करने वाले सुल्तान अंसारी (Builder Sultan Ansari) का बड़ा बयान सामने आ रहा है. एक हिंदी न्यूज चैनल को दिए गए बयान में अंसारी ने कहा कि संजय सिंह (Sanjay Singh) और पवन पांडेय (Pawan Pandey) के आरोप सरासर बेबुनियाद हैं. मंदिर के लिए जमीन इसलिए दी क्योंकि मेरी श्रीराम में आस्था है.


सुल्तान अंसारी ने कहा कि कुसुम पाठक के साथ हमारा लैंड एग्रीमेंट 2011 से चलता चला आ रहा था. चार बार रिनिवल हुआ. राम मंदिर ट्रस्ट को 24 करोड़ की जमीन 18.5 करोड़ में बेची सुल्तान ने कहा कि राम में हमारी आस्था है इसलिए उनके काम के लिए हमने जमीन ट्रस्ट को दी है. सर्किल रेट देखें तो यह जमीन 24 करोड़ की है. हमने राम मंदिर ट्रस्ट को कम कीमत में जमीन दी है. सारे आरोप गलत हैं और मेरे पास साक्ष्य हैं. मैं पहले में सपा में था अब नहीं हूं.


विपक्ष सरकार पर हमलावर

अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से मंदिर निर्माण के लिए खरीदी गई जमीन पर घोटाले के आरोप के बाद यूपी की सियासत गर्मायी हुई है. घोटाले के ये आरोप आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह और अयोध्या से समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक और पूर्व मंत्री पवन पांडेय ने लगाए हैं। इसके बाद से ही सभी विपक्षी दलों और ट्रस्ट की ओर से आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है.


चंपय राय ने दी सफाई

चंपत राय ने अपने बयान में कहा कि मंदिर परिसर को वास्तु अनुसार सुधारने, यात्रियों के लिए आने-जाने का रास्ता ठीक करने और मंदिर की सुरक्षा की दृष्टि से छोटे-बड़े मंदिरों और मकानों को पूर्ण सहमति से खरीदा गया था. जमीन के दाम 2 करोड़ से बढ़ कर 18 करोड़ होने के आरोपों पर चंपत राय ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अयोध्या में जमीन खरीदने के वालों की संख्या बढ़ गयी थी.


इसके अलावा बयान में कहा गया कि उत्तर प्रदेश सरकार भी अयोध्या के विकास के लिए बड़ी मात्रा में जमीन खरीद रही थी, जिसकी वजह से अयोध्या में जमीन के दाम एकदम से बढ़ गए थे. खरीदी गई जमीन अयोध्या रेलवे स्टेशन के पास है और अब तक जितनी भी जमीन ट्रस्ट की ओर से खरीदी गई है वो खुले बाजार के रेट से भी कम कीमत पर खरीदी गई है. चंपत राय ने बताया कि जमीन की खरीदारी कोर्ट फीस और स्टाम्प पेपर के साथ ऑनलाइन की जा रही है.


Also Read: राम मंदिर निर्माण में घोटाले का इल्ज़ाम, Champat Rai बोले- झूठ और राजनीति से प्रेरित हैं आरोप


( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )