कड़कती धूप हो या बारिश धुआंधार, जारी है CM योगी का ‘ऑपरेशन ग्राउंड जीरो’ लगातार

योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने जबसे उत्तर प्रदेश की सत्ता संभाली है लगातार बतौर बेस्ट सीएम चुने जा रहे हैं, विपक्ष कई मोर्चों पर उन्हें घेरता रहा है लेकिन योगी हर बार अपने कामों से लगातार साबित करते आए हैं कि क्यों उन्हें बेस्ट परफॉर्मिंग सीएम के तमगे से नवाजा जाता रहा. कोरोना संकट की ही बात कर लें तो बीते साल योगी लगातार ग्राउंड जीरों पर बने रहे और व्यवस्थाओं का जायज़ा लेते रहे, इस साल भी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद से योगी ग्राउंड ज़ीरों पर जाकर निरीक्षण करके समस्याओं का निराकरण कर रहे हैं.


महामारी की मार में जहां एक ओर देश के अन्य मुख्यमंत्री दफ्तरों में बैठकर काम देख रहे वहीं दूसरी तरफ योगी गांव-गांव, जिलों-जिलों में जाकर कंटेंटमेंट जोन में व्यवस्थाओं को परख रहे हैं, उन्हें दुरूस्त कर रहे. कड़कती धूप हो या धुआंधार बारिश योगी के काम के आड़े नहीं आ रहा, एक कर्मयोगी की भांति वे अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं. कुछ ऐसा ही नजारा बस्ती में देखने को मिला जब भारी बारिश की परवाह किए बिना योगी ने अपना हेलीकॉप्टर लैंड कराया. इसके बाद सीएम कोविड कंट्रोल रूम का निरीक्षण करने रवाना हो गए.


सीएम योगी का लोगों से संवाद करना, उनकी समस्या पूछना लोगों को बहुत भा रहा है. सीएम के ऑपरेशन ग्राउंड ज़ीरों के दौरान कई ऐसी भी तस्वीरें आईं जिनमें योगी एक अभिभावक की तरह छोटे बच्चों को दुलारते दिखे. सीएम योगी का गांवों और जिले में जाने का उद्देश्य यह है कि वह खुद लोगों से व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी लें कि जो सुविधाएं शासन की ओर से लोगों को देने के निर्देश दिए गए हैं, वह उन्हें मिल रही है या नहीं? वह सरकारी रिपोर्ट के इतर धरातल पर लोगों से संवाद कर रहे हैं और उनसे पूछ रहे हैं कि उन्हें मेडिकल किट मिली या नहीं? गांव में सेनेटाइजेशन किया जा रहा है या नहीं? सीएम खुद लोगों से संवाद कर रहे हैं और बता रहे हैं कि अगर कोई समस्या है, तो उन्हें बताएं। इस महामारी में सरकार उनके साथ खड़ी है.


सीएम योगी ग्राउंड जीरो पर जनप्रतिनिधियों से फीड बैक भी ले रहे हैं. सीएम योगी का कोरोना का संक्रमण रोकने के लिए ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट पर पूरा जोर है. इसके लिए इंटीग्रेटेड कोविड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर (आईसीसीसी) और कंटेनमेंट की महत्वपूर्ण भूमिका है. इसीलिए सीएम योगी आईसीसीसी और कंटेनमेंट जोन में संक्रमित परिवारों से मिलकर मेडिकल किट और स्वच्छता अभियान के बारे में पूछ रहे हैं.


शासन स्तर पर बनाई रणनीति, अब धरातल पर रहे परख

सीएम योगी कोरोना की पहली लहर से ही टीम 11 के अधिकारियों के साथ रोजाना समीक्षा बैठक कर रणनीति बनाते रहे हैं. इस बार कोरोना की दूसरी लहर में उन्होंने टीम 11 की जगह टीम 9 बनाई है और कोरोना से जुड़े हर कार्य के लिए शासन स्तर पर भी जिम्मेदारी तय की है. उन्होंने कई बार वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जिले स्तर पर अफसरों को शासन के दिशा निर्देशों को अमल में लाने के लिए आदेश दिए हैं. अब वह ग्राउंड जीरो पर उतर कर शासन के दिशा निर्देर्शों को लेकर की गई कार्यवाही की समीक्षा कर रहे हैं.


होम आइसोलेशन में रहते हुए करते रहे बैठकें और देते रहे निर्देश

सीएम योगी कोरोना के खिलाफ जंग में फ्रंट फुट पर हैं. वह 14 अप्रैल को कोरोना संक्रमित हुए थे. इस दौरान उन्होंने होम आइसोलेशन में रहते हुए रोजाना न सिर्फ अफसरों के साथ समीक्षा बैठक की, बल्कि समाज के विभिन्न तबकों के साथ वर्चुअली संवाद कार्यक्रम भी जारी रखा. 30 अप्रैल को रिपोर्ट निगेटिव आने के तुरंत बाद वह ग्राउंड जीरो पर उतर गए और लखनऊ में उन्होंने डीआरडीओ की ओर से बनाए गए डेडिकेटेड कोविड अस्पताल का निरीक्षण किया था.


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